मदरलैंड संवाददाता, सोनवर्षा
सोनवर्षा, लॉक डाउन में ठप पड़े कारोबार के बीच कृषि कार्यों को बचाना प्रशासन के लिए चुनौती से कम नहीं है।किसानों की तैयारी फसलों को प्राथमिकता पर सुरक्षित बाजारों तक पहुंचाना प्रशासन की जिम्मेदारी है।प्रखंड के लगभग 6 हजार एकड़ में लगी गेहूं फसलों में आधे फसल की कटाई हो गई है और अंतिम तक पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद भी गेहूं की बिक्री का कोई माध्यम नजर नहीं आ रहा है ।लॉक डाउन से किसानों के तैयार गेहूं का कोई खरीदारी नहीं की जा रही है।जहां अनाज की खरीदारी बिक्री की दुकानें बंद है,वहीं सरकारी एजेंसी व्यापार मंडल व पैक्स 30 अप्रैल तक उस धाध को खरीदने की नौटंकी में लगी है। जो किसानों के खलिहानों से निकलकर कब का खुले बाजारों में पहुंच चुका है।इतना ही नहीं पैक्सों द्वारा धान खरीदारी की तिथि सरकार द्वारा एक माह और आगे बढ़ाने के बाद भी अंचल क्षेत्र के पैक्सों द्वारा निर्धारित लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है और अब तक मात्र 160 कि्वंटल गेहूं की खरीदारी की जा चुकी है।सूत्रों के अनुसार जानकारी हुई है कि किसानों से गेहूं की खरीददारी मई से ही प्रारंभ कर पाएगी।अभी संबंधित विभाग द्वारा पैक्स व व्यापार मंडल के माध्यम से गेहूं खरीद दारी प्रारंभ करने के लिए आवश्यक योग समितियों का चयन का काम भी पूरा नहीं कर पाई है। वक्त मामले पर सहयोग समितियां के निबंधक ने 10 अप्रैल को पत्र से डीसीओ को 15 अप्रैल का उपरोक्त निर्देश की पूर्ति कर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा है।