अविनाश भगत : किसान दिवस के मौके पर भले ही इसे लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हों। लेकिन यहां के सरहदी इलाकों में किसान सरकार से बेहद खफा हैं। उन्हें बेमौसम हुई बरसात के कारण तबाह हुई बासमती की फसल का अभी तक मुआवाजा नहीं मिला है बल्कि शासन अथवा प्रशासन भी संजीदगी से उनकी सुध नहीं ले रहा है। जिससे खफा होकर आज यहां किसानों ने प्रचंड प्रदर्शन किया।
बेमौसम भारी बारिश के कारण बासमती फसल को पहुंचा नुकसान
बता दें कि, यूं तो समूचे प्रदेश में खेतीबाडी की जाती है। परंतु विशेषकर यहां के सरहदी इलाकों में बासमती चावल तथा गेंहू की पैदावार होती है। सरहदी इलाके आरएसपुरा के बासमती चावल की मांग देश के अन्य हिस्सों में भी है। परंतु विगत नंवबर माह से इस माह तक हुई बेमौसम भारी बारिश के कारण बासमती फसल को काफी नुकसान पहुंचा। जानकारों के मुताबिक बेमौसम बरसात के कारण करीब 16 हजार हेक्टियर भूमि पर खड़ी बासमती की फसल को ज्यादा नुकसान पहुंचा। इस बावत मुख्य कृषि अधिकारी फारूक अहमद बट का कहना है कि वह इस नुकसान को लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने में लगे हैं। तभी इस पर और ज्यादा जानकारी दे पाऐंगें। यहां के बासमती चावल उत्पादक ऐसोसिएशन के प्रधान देवराज चैधरी तथा प्रमुख किसान नेता चैधरी मोहन सिंह का कहना है कि हमारी फसल की भारी तबाही के बावजूद शासन अथवा प्रशासन ने कोई मद्द नहीं की। बल्कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भी उन्हें लाभ नहीं मिल पाया। यहां तक की बासमती का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी का बढ़ा हुआ मूल्य भी नहीं मिला। जिसके कारण न केवल जम्मू जिला बल्कि सरहदी इलाकें के जिला सांबा व कठुआ में भी किसानों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
अभी तक जारी नहीं की गई अनुदान राशि
यहां के किसानों का यह भी कहना है कि मनरेगा के तहत दिए जाने वाली अनुदान राशि भी अभी तक जारी नहीं की गई। सूरतेहाल यह है कि किसानों के खेतों में अभी भी बारिश का पानी जमा है। जिसके कारण वह अब गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहे हैं। इस बावत आज किसान नेता एंव जम्मू ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के उपप्रधान चैधरी मोहन सिंह ने किसान व किसानी से जुड़ी दिक्कतों व मांगों को लेकर आरएसपुरा एसडीएम की मार्फत प्रदेश के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू को एक ज्ञापन भेजा है। जिसमें यह भी मांग की गई फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर दिया जाए, चूंकि यहां के किसानों को बासमती फसल के नुकसान के बाद अब गेंहू की बुआई न कर पाने के कारण दोगुणा नुकसान हुआ है। इस बीच आज यहां सरहदी इलाकें आरएसपुरा में किसानों ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जाहिर की। वहीं प्रदेश भाजपा के किसान सैल की ओर से राष्ट्रीय किसान दिवस के मौके पर जम्मू शहर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।