मदरलैंड संवाददाता सहरसा।
सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल क्षेत्र के घोड़दौड़ मौजा एवं काशीपुर मौजा व नैनपुर मौजा के हजारों एकड़ गेहूं की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है| बेमौसम बारिश की वजह से अब ऐसे में फसल तैयार करवाने को लेकर किसान दरबदर का ठोकर खा रहे हैं| और मजदूर काटने को तैयार नहीं क्योंकि दाना पूरी तरह से मुन्नी हो चुका है दाना नहीं रहने के कारण गेहूं फसल कटवाने में किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है| सरकार की सारी सुविधाएं मुहैया करवाने की बात किसानों के लिए ढाक के चार पात ही साबित हो रहे हैं| सरकार चाहे लाख दावे कर ले किसानों की अर्थव्यवस्था मजबूत करने को मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है| जो फसल क्षति के लिए सहकारिता विभाग से फॉर्म अप्लाई करवाना था उसका अभी तक अप्लाई नहीं हो पाया है| ऐसे में किसान को मुआवजा किस बिना पर मिल पाएगा जब उनका फॉर्म ही सम्मिट ना हो सरकार तो न्यूज़ पेपर के माध्यम से किसान के हित की बात करते हैं| मगर यहां अन्य दाता अन्य के लिए मोहताज रहते हैं किसान सैनी मुखिया, किसान महिंद्र, मुखिया किसान, आशुतोष ठाकुर, किसान बालमुकुंद ठाकुर, किसान रोहित शर्मा, किसान अशोक ठाकुर, किसान रामचंद्र मिश्र, व सैकड़ों किसानों ने अपने खेत में लगे कई एकर रवि फसल को देखकर हताश हो रहे हैं| इन लोगों का कहना है कि बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि की वजह से गेहूं का फसल पूरी तरह नुकसान हो चुका अब इसे काटने के लिए मजदूर तैयार नहीं हो रहे है|