नई दिल्ली। भारत का राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम वैज्ञानिक और महामारी विज्ञान के साक्ष्यों, डब्लूएचओ के दिशानिर्देशों और दुनिया भर की सर्वोत्तम पद्धतियों पर बनाया गया है। यह शुरू से अंत तक के लिये बनी सुव्यवस्थित योजना से जुड़ा हुआ है और इसे राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और बड़े पैमाने पर लोगों की प्रभावी और कुशल भागीदारी के माध्यम से लागू किया है। टीकाकरण कार्यक्रम के प्रति भारत सरकार की प्रतिबद्धता शुरू से ही मजबूत और सक्रिय रही है। भारत की वैक्सीन रणनीति ‘वृद्ध और कमजोर आबादी की उपेक्षा’ कर रही है, आगे दावा किया है कि नीति ‘अमीरों को विशेष अधिकार’ देती है। यह साफ किया जाता है कि वैज्ञानिक और महामारी विज्ञान के साक्ष्यों पर आधारित कोविड टीकाकरण कार्यक्रम पेशेवरों, स्वास्थ्यकर्मी और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को सुरक्षित कर, देश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने और उसे कार्यबल उपलब्ध कराने के साथ ही सबसे कमजोर जन समूहों की रक्षा को प्राथमिकता देता है।
इस दृष्टिकोण ने पंजीकृत हेल्थकेयर कर्मियों (एचसीडब्ल्यू) के बीच पहली खुराक के लिये 87.4% से अधिक कवरेज और पंजीकृत फ्रंट लाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) के बीच पहली खुराक के लिये लगभग 90.8% कवरेज प्राप्त करके सकारात्मक परिणाम प्राप्त किये हैं, जिससे इस समूह को सुरक्षित रखा जा रहा है, जो कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच हेल्थकेयर सेवाएं, निगरानी और महामारी के रोकथाम की गतिविधियों में शामिल है। अब तक, इस अभियान ने 45 वर्ष से अधिक की आबादी के 45.1% हिस्से को टीकाकरण की पहली खुराक के साथ कवर किया है। टीकाकरण अभियान में 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग में और अन्य बीमारियों से ग्रसित 45-59 वर्ष की आयु के लोगों के एक बड़े समूह के साथ, 60 वर्ष से अधिक आयु की 49.35% से अधिक आबादी को कोविड-19 की एक खुराक के साथ टीके का कवरेज हासिल किया है।
21 जून, 2021 से लागू संशोधित राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण नीति के तहत, वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादन को प्रोत्साहित करने और नए टीकों को बढ़ावा देने के लिए, घरेलू वैक्सीन निर्माताओं को सीधे निजी अस्पतालों को भी टीके उपलब्ध कराने का विकल्प दिया गया है, जो उनके मासिक उत्पादन के 25% तक सीमित हैं। किसी भी आय वर्ग के सभी नागरिक भारत सरकार द्वारा मुफ्त टीकाकरण के हकदार हैं और जो भुगतान करने की क्षमता रखते हैं उन्हें निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।