भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तानी जेल में निर्बाध रूप से राजनयिक पहुंच मुहैया कराने को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह लगातार पड़ोसी देश से संपर्क बनाए हुए है। मंत्रालय का कहना है कि भारत की ओर से पाकिस्तान से कहा गया है कि कुलभूषण जाधव को तुरंत, प्रभावी और निर्बाध राजनयिक पहुंच दी जाए। बता दें कि पाकिस्तान ने सितंबर में कहा था कि जाधव को दूसरी राजनयिक पहुंच नहीं दी जाएगी, जिसके बाद भारत ने कहा था कि मामले में वह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले को पूरी तरह लागू कराने का प्रयास जारी रखेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच हुई बातचीत
अपने बयान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कुलभूषण जाधव के मामले में हम कूटनीतिक चैनलों के माध्यम से पाकिस्तान के संपर्क में हैं। इस मामले पर बातचीत की प्रकृति के बारे में सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं करुंगा। दरअसल, उनसे पूछा गया था कि जाधव को दूसरी राजनयिक पहुंच के बारे में क्या प्रगति हुई है। इसके अलावा जवाब में उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले के मद्देनजर में हमने पाकिस्तान से त्वरित, प्रभावी और निर्बाध राजनयिक पहुंच का आग्रह किया है और देखते हैं कहां तक जाता है। इस मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ बातचीत हुई है।
जाधव की मौत की सजा को चुनौती
बता दें कि जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोपोंं में अप्रैल 2017 में मौत की सजा सुनाई थी। इसके कुछ समय बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। जहां जाधव की मौत की सजा को चुनौती दी गई थी।