जिले के थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री कुशीनगर में आयोजित 11 वीं पवित्र बुद्ध धातु शोभा यात्रा में शामिल होने के लिए कोलकाता से पैदल चलकर यहां आए 101 वनवासी थाई बौद्ध भिक्षुओं का दल बुधवार को पैदल लुंबिनी (नेपाल) के लिए रवाना हो गया। इन्हें पीआरओ अंबिकेश त्रिपाठी ने यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी। कुशीनगर से रवानगी के पूर्व भिक्षुओं ने महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर में विशेष पूजा की।
यह दल बीते 15 दिसंबर से ही कोलकाता से भारत के बौद्ध तीर्थ स्थलों के पैदल भ्रमण पर है। भिक्षु बोधगया, वाराणसी, कौशांबी, संकिसा, श्रावस्ती, अयोध्या, देवरिया होते हुए यहां पहुंचे थे। लुंबिनी में बुद्ध की पूजा-वंदना के बाद दल लौरिया-नंदन, नालंदा, राजगिरि होते हुए बोधगया पहुंचेगा। 25 मार्च को भिक्षुओं का दल कोलकाता से थाईलैंड के लिए रवाना हो जाएगा। दल के अगुवा पी प्रवाट ने बताया कि यह दल का सातवां पैदल भारत भ्रमण है। भविष्य में भी यात्रा जारी रहेगी। बताया कि भगवान बुद्ध ने चारिका किया था। हम लोग उसी पथ का अनुकरण कर रहे हैं। इससे बुद्ध स्थलों के बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध होगी।