देश में चल रही मंदी और उसके कारण आलोचना झेल रही सरकार फिर एक बड़े ऐलान के साथ देश के सामने आई है। सरकार ने इस बार उद्योग जगत को बड़ी सौगात देते हुए कॉरपोरेट टैक्स में कमी का ऐलान किया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की इस घोषणा को पॉलिसी मेकर्स और उद्योग जगत ने काफी सराहना की। पॉलिसी मेकर्स ने कहा कि सरकार के इस फैसले से जीडीपी वृद्धि को मजबूती मिलेगी। कानून, सूचना-प्रौद्योगिकी एवं दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार की ओर से घोषित इन उपायों का फायदा इलेक्ट्रॉनिक एवं मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स को मिलेगा।
सरकार देश को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध
उन्होंने कहा कि यह कदम दिखाता है कि सरकार देश को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए किस प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, नीति आगोय के उपाध्यक्ष राजीव कुमार सहित तमाम पॉलिसी मेकर्स ने इस फैसले की खुलकर प्रशंसा की है। महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस फैसले को ऐतिहासिक करार दिया है।
‘मेक इन इंडिया’को मिलेगी गति
उन्होंने कहा है कि टैक्स रिफॉर्म से ‘मेक इन इंडिया’को गति मिलेगी एवं वृद्धि में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि इससे निवेश भी बढ़ेगा। वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट कर कहा, इससे मेक इन इंडिया में तेजी आएगी, दुनिया भर से निजी निवेश आकर्षित होंगे, निजी क्षेत्र की प्रतिस्पर्धी क्षमता बढ़ेगी, और रोजगार का सृजन होगा। यह कुल मिलाकर 130 करोड़ लोगों के लिये फायदेमंद है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने भी इस फैसले का स्वागत किया है।