दुनियाभर में बीते कई दिनों से लगातार बढ़ता जा रहा कोरोना का कहर आज लोगों के लिए बड़ी आफत बन चुका है, जंहा हर दिन इस वायरस का संक्रमण अब और भी तेज होता जा रहा है। वहीं हर दिन इस वायरस के कारण न जाने ऐसे कितने परिवार है जी मौत का शिकार हो रहे है, वहीं इस वायरस का संक्रमण लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है रोजाना इसकी चपेट में आने से लाखों लोग संक्रमित हो रहे है। यदि हम बात करें दुनियाभर में मरने वालों की तो अब तक 3 लाख 73 हजार से अधिक लोगों की मौते हो चुकी है।
अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा बीते सप्ताह ही एक लाख पहुंचा हो, लेकिन महामारी से हुई कुल मौतों के विश्लेषण से पता चलता है कि यह देश तीन सप्ताह पहले ही इस भयानक आंकड़े को पार कर चुका था। वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, एक मार्च से 9 मई के बीच अमेरिका में लगभग 1,01,600 लोगों की मौत हो चुकी थी। येल स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिसर्च टीम के अनुसार, इस दौरान कोरोना से होने वाली मौतों की तुलना में करीब 26 हजार से ज्यादा मौतें हुईं। हालांकि ये मौतें सीधे तौर पर कोरोना से संबंधित नहीं थी। इनमें वे लोग भी शामिल थे, जो महामारी के परिणामस्वरूप मारे गए, लेकिन बीमारी से नहीं।
शोधकर्ताओं ने कहा, महामारी से मरने वालों का आंकड़ा सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा हो सकता है। एक मार्च से 9 मई के बीच मौतों की संख्या करीब 97,500 से लेकर 105,500 के बीच हो सकती है। शोध का नेतृत्व करने वाले प्रोफेसर डेनियल वेनबर्जर ने कहा, अलास्का, दक्षिण डकोटा और उटाह समेत कई रिपब्लिकन गढ़ में इस अवधि के दौरान मौतों की संख्या असामान्य नहीं थी। इन राज्यों में होने वाली कुल मौतों को सही संख्या नहीं बताई गई। इसके विपरीत, घनी आबादी वाले न्यूयॉर्क और न्यूजर्सी समेत मैरीलैंड, मैसाच्युसेट, मिशिगन और लिनियोस में मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी। न्यूयॉर्क में ही करीब 6500 से ज्यादा लोगों की जान गई। शोधकर्ताओं के मुताबिक, राज्य दर राज्य का विश्लेषण करने से पता चलता है कि टेस्टिंग व्यापक रूप से उपलब्ध होने पर कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में इजाफा हुआ।