नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश में जिस रफ्तार से हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ रही है उसी के मुकाबले यात्रियों की शिकायतें भी बढ़ने लगी हैं। नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए के आंकड़ों के मुताबिक, कुल शिकायतों के मुकाबले स्टाफ के खराब व्यवहार की शिकायतें जून के मुकाबले जुलाई में तीन गुना बढ़ गई हैं। जून में कुल शिकायतों में से स्टाफ के खराब बर्ताव को लेकर 5.6 फीसदी शिकायतें हुआ करती थी, जो जुलाई में बढ़कर 16.5 फीसदी पर पहुंच गई हैं। यात्रियों ने सबसे ज्यादा शिकायतें एयर इंडिया को लेकर की हैं। स्टाफ के खराब बर्ताव के अलावा यात्रियों को सबसे ज्यादा रिफंड के लिए विमानन कंपनियों से मशक्कत करनी पड़ रही है। जुलाई के आंकड़ों के मुताबिक कुल शिकायतों में रिफंड से जुड़ा आंकड़ा 42.2 प्रतिशत तक पहुंच गया है। जून में ये आकंड़ा 52.8 फीसदी पर था जबकि मई में 54 फीसदी से ज्यादा लोगों को रिफंड मिलन में मुश्किल आ रही थी। वहीं उड़ानों में दिक्कत संबंधी शिकायतें 20 फीसदी और कस्टमर सर्विस के खिलाफ 16.5 फीसदी शिकायतें मिली हैं। कोरोना की दूसरी लहर के प्रभाव के बाद मई और जून के मुकाबले जुलाई में यात्रियों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में 50 लाख से ज्यादा लोगों ने घरेलू हवाई यात्रा की थी। इसमें से 6.7 लाख यात्रियों ने एयर इंडिया से और 43.3 लाख लोगों ने निजी एयरलाइंस से यात्रा की। वहीं, जून में 31.13 लाख और मई में 21.15 लाख लोगों ने हवाई यात्रा की थी।