नई दिल्ली। अयोध्या में ऐतिहासिक राम मंदिर बनने जा रहा है। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचकर भूमि पूजन करेंगे, जिसके बाद मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। इस ऐतिहासिक दिन के लिए अयोध्या पूरी तरह से तैयार है, गली-गली को सजाया जा रहा है। लेकिन अब जब भूमि पूजन के मुहूर्त को 48 घंटे का वक्त बचा है तब इस भव्य कार्यक्रम में कौन-कौन शामिल होने जा रहा है ये साफ नहीं हो पाया है। कोरोना वायरस संकट के कारण वैसे ही कम मेहमानों को बुलाया गया है, लेकिन इन कम मेहमानों में भी कौन आएगा ये अभी तक पता नहीं है। राम मंदिर का भूमि पूजन ऐतिहासिक है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा इस कार्यक्रम में कौन शामिल हो रहा है इसपर हर किसी की नज़रें हैं। अभी तक की जानकारी के अनुसार, भूमि पूजन स्थल के पास एक मुख्य मंच होगा जिसपर पांच लोग बैठेंगे। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के गवर्नर, मुख्यमंत्री, राम मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख होंगे। इनके अलावा ट्रस्ट की ओर से राम मंदिर आंदोलन के हिस्सा रहे लोगों, कुछ केंद्रीय मंत्री, संत समाज के लोगों को निमंत्रण देने की बात कही गई है। कोरोना वायरस संकट के कारण एक जगह पर अधिक लोग इकट्ठे नहीं हो सकते हैं। हालांकि, इस कार्यक्रम में दो सौ मेहमानों के आने की बात कही जा रही है। लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन जैसे नियमों का पालन होगा। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से मेहमानों की कोई आधिकारिक सूची जारी नहीं की गई है, ऐसे में काफी कयास लगाए जा रहे हैं। शुरुआत में दो सौ मेहमानों की बात आई, जिसके बाद 170 तक मेहमान का दावा किया जाने लगा। इनमें संत समाज, नेताओं के अलावा कुछ बड़े उद्योगपतियों को बुलाने की भी बात कही गई। हालांकि, मंदिर ट्रस्ट की ओर से कहा गया कि कार्यक्रम में सिर्फ उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री रहेंगे, बाकी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को फिर कभी सम्मेलन कर बुलाया जाएगा। राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी को निमंत्रण को लेकर कई तरह की बातें सामने आईं। पहले कहा गया कि दोनों वरिष्ठ नेता अयोध्या में रहेंगे, फिर ये भी सामने आया कि अभी तक निमंत्रण नहीं मिला है। अब उम्मीद लगाई जा रही है कि उम्र के तकाजे के कारण दोनों नेताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूमि पूजन में शामिल किया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। उनका भी भूमि पूजन में शामिल होना लगभग तय था, लेकिन अब ये मुमकिन नहीं लग रहा है। उनके अलावा यूपी सरकार में मंत्री, यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी कोरोना की चपेट में हैं। ऐसे में एक बार फिर कोरोना संकट के कारण भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर चिंताएं हैं। बीजेपी नेता उमा भारती ने भी ट्वीट कर कहा कि ऐसी परिस्थिति में वो भूमि पूजन से अलग सरयू नदी के पास रहेंगी, जब पीएम और अन्य मेहमान चले जाएंगे तब रामलला के दर्शन करेंगी। पांच अगस्त की दोपहर को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन का मुहूर्त निकला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे तक अयोध्या पहुंचेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अयोध्या पहुंचेंगे और तैयारियों का जायजा लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब दो से तीन घंटे के लिए अयोध्या में रुकेंगे। अभी से ही अयोध्या में दीवाली मनाई जाने लगी है और चप्पा-चप्पा सजा दिया गया है।