नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राजधानी में चैत्र नवरात्र के मौके पर बड़े मंदिर बंद रहेंगे। झंडेवालान देवी मंदिर और छतरपुर मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के प्रवेश द्वार को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया है। जबकि मंदिर में पूजारी विधि-विधान के साथ मां दुर्गा की पूजा अर्चना करेंगे। कोरोना की बीमारी से मुक्ति को लेकर प्रार्थना और यज्ञ भी किया जाएगा। जिसका प्रसारण सोशल मीडिया पर होगा। झंडेवालान देवी मंदिर के प्रचार प्रमुख नंद किशोर सेठी ने बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अगले आदेश तक मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया है। मंदिर में नियमित तौर पर पूजा-पाठ होगा। जिसका प्रसारण सोशल मीडिया पर किया जाएगा। मां झंडेवाली से प्रार्थना करेंगे कि इस भयानक महामारी से मुक्ति दिलाकर सुरक्षा प्रदान करें। छतरपुर मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. किशोर चावला ने बताया कि कोरोना के चलते मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए नवरात्र में बंद रहेंगे। लेकिन मंदिर में पूजा-अर्चना से जुड़ी गतिविधियां जारी रहेंगी। यज्ञ होगा और मां दुर्गा के स्वरूप से कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना करेंगे। कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्र नाथ अवधूत ने कहा कि शाम तक मंदिर बंद रखने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। श्रद्धालुओं को ई-पास के जरिए मंदिर में प्रवेश मिलेगा। सामाजिक दूरी का पालन करना होगा। नवरात्र के पहले दिन की स्थिति के बाद मंदिर खोलने और बंद करने के संबंध में कोई फैसला लेंगे। सुबह के समय चंडी यज्ञ होगा। लोगों के स्वस्थ्य रहने की कामना की जाएगी। प्रीत विहार स्थित गुफा वाले मंदिर (शिव मंदिर) के प्रधान सुरेंद्र दीवान ने कहा कि पहले नवरात्र की स्थिति के बाद ही मंदिर बंद करने के संबंध में कोई निर्णय लेंगे। अगर मंदिर में सामाजिक दूरी का उल्लंघन हुआ तो फिर मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया जाएगा।

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