मदरलैंड संवाददाता, सीवान
- कोरोना को लेकर गांव के लोग परेशान, प्रशासन मौन
जीरादेई(सीवान) ।लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के संख्या के बीच अब प्रशासन की कड़ी भी कमजोर साबित हो रही है। जीरादेई में बीते रविवार को एक साथ बारह मरीजों के मिलने से प्रखंड में एका एक हलचल और खौफ का माहैल ब्याप्त हो गया।उसी कड़ी में प्रखण्ड के छोटका मांझा पंचायत के सजना गांव में एक पोजेटिव मरीज की खबर अखबार में आने से लोगों मे ऑफरा-तफरी मच गया। गांव के लोग एक दूसरे को शक के निगाहों से देखने पर मजबूर होने लगे। जिनके परिवार में लोग बाहर से आए हुए थे। लोगों ने उनके परिवार से बात-चीत तक बंद कर दिया। भय और खौफ के बीच दिन काट रहे ग्रामीणों का कोई सहारा न मिला तो ग्रामीणों ने दो दिन बाद जीरादेई प्रखंड बिकाश पदाधिकारी सुनिल कुमार के पास गुहार लगाई। तब जाकर बुधबार की दोपहर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि सजना में पोजेटिव मरीज का मिलना सही है। पूरे वार्ड को बैरिकेटिंग कर सील किया जाएगा। ताकि पुरे गावँ को इस भयानक महामारी से बचाया जा सके। छोटका मांझा के पूर्व बी डी सी सह राजद नेता हरेन्द्र यादव ने कहा कि दो दिनों से अखबार के माध्यम से पता चल रहा है कि सजना गावँ में मरीज का पाया जाना जब सत्य है तो प्रशासन इतने दिनों से क्या कर रही है। उन्होंने जीरादेई प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए बताया कि प्रशासन के लोगों को आम जनता की कोई परवाह नही है पूरे गावँ को दो दिनों से भगवान भरोषा छोड़ दिया गया है। जो कि किसी भी भयावह स्तिथि पैदा होने की ओर संकेत करती है। यदि इस गावँ में मरीजों की संख्या बढ़ती है तो निश्चित ही इसकी जिम्मेदारी यहाँ के प्रशासन के लोगों की होगी। ग्रामीण सुरेंदर दुबे और रामायण तिवारी ने बताया कि दो दिन से सभी अखबार में यह खबर आ रहा है कि हमारे गावँ में कोरोना मरीज पाया गया है। लेकिन न प्रशासन के लोग और न ही कोई जनप्रतिनिधि हमारी शुद्ध लेने आया है। खौफ और दहसत में जिंदगी गुजार रहे हमारे(सजना) गावँ के लोग इस कठिन मुश्किल समय को पार कर समाज के मुख्य धारा में फिर से सामिल हो जाएंगे। यदि हमारे गावँ में मरीज है तो इस गावँ को सील किया जाय अन्यथा इस गावँ को बदनाम करना कहीं से भी उचित नही है।