देश कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहा है। इस विषम परिस्थितियों में जो डॉक्टर इस महामारी से लोगों को बचा रहे हैं। वहीं डॉक्टर आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं। बता दें कि मोहल्ला क्लिनिक में काम करने वाले डॉक्टरों को करीब 3 महीने से वेतन ही नहीं मिला है। आलम यह है कि अब उनके लिए घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि वो सबका इलाज तो कर रहे हैं, लेकिन उनकी खुद की सुरक्षा के लिए उन्हें सैनिटाइजर और मास्क जैसे जरूरी समान भी उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। बता दें कि रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन से जुड़े डॉ. पुनीत ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण अब कई समस्या खड़ी हो गई है।
उन्होंने अपनी इस समस्या को लेकर सोशल मीडिया के जरिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को अवगत कराया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि तीन चार महीनों से डॉक्टरों को वेतन नहीं मिला है, जिसके कारण काफी परेशानी हो रही है। मोहल्ला क्लीनिक में काम कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि मौजपुर में उनके साथी डॉक्टर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बावजूद भी सरकार की ओर से कोरोना से बचने के लिए जरूरी वस्तुओं जैसे मास्क, सैनिटाइजर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि सबकी जान बचाने वाले डॉक्टरों की सुध लेने वाला कोई नहीं है और उनकी खुद की जान खतरे में है। जब वह खुद ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो लोगों को कैसे सुरक्षित करेंगे। जिन डॉक्टर्स के लिए देशभर के लोगों ने तालियां बजाई, आज वो वेतन ना मिलने के चलते आर्थिक तंगी से जूझने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में देखना यह है कि कब सरकार का ध्यान इनकी ओर जाता है।