देश में सबसे पहले मेट्रो सेवा शुरू कर इतिहास रचने वाली पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता आज फिर एक नया इतिहास रचने के लिए तैयार है। कोलकाता में पहली मेट्रो सेवा 1984 में ही आरंभ हो गई थी, इसका सिलसिला 21वीं सदी में भी बदस्तूर जारी है। रेल मंत्री पीयूष गोयल बुधवार को कोलकाता ईस्ट-वेस्ट मेट्रो सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
इसके बाद शुक्रवार (14 फरवरी) को इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इस मेट्रो सेवा सी सबसे बड़ी विशेषता है कि यह अंडर वाटर यानि पानी के नीचे बनी सुरंग में चलेगी। साथ ही यह भारत की सबसे सस्ती मेट्रो सेवा होगी। यह लाइन 15 किलोमीटर लंबी होगी। पहले लाइन में छह किलोमीटर लंबी लाइन से शुरू होने जा रही है। इस मेट्रो में एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक जान का किराया महज पांच रुपये रहेगा। रेट चार्ट के मुताबिक, दो किलोमीटर तक के लिए पांच रुपये, पांच किलोमीटर तक 10 रुपये, 10 किलोमीटर तक 20 रुपये और फिर आखिरी स्टेशन तक के लिए यात्रियों को 30 रुपये का भुगतान करना होगा।
मेट्रो में मुसाफिरों को कई प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। यह प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और डिटेक्शन सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। मेट्रो रेलवे के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि जल्दी ही कोलकाता की आवाम के लिए यह सेवा बढ़ाकर 12 किलोमीटर तक की जाएगी।