नई दिल्ली । दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से एक स्टेटस रिपोर्ट देने को कहा है कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए उसकी मौजूदा प्रणाली और बुनियादी ढांचा किस प्रकार काम कर रहा है। इसके साथ ही अदालत ने कहा कि उसकी चिंता सिर्फ यह है कि अगर कोविड की एक और लहर आ जाए तो क्या अधिकारी शॉर्ट नोटिस पर सेवाएं प्रदान करने की स्थिति में होंगे। जस्टिस विपिन सांघी की अध्यक्षता वाली बेंच ने यह टिप्पणी की। बेंच राष्ट्रीय राजधानी में महामारी से संबंधित विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। बेंच ने दिल्ली सरकार से ‘दिल्ली फाइट्स कोरोना’ वेबसाइट को समय-समय पर अपडेट करने, कुछ वेब पेजों को हिंदी में अनुवाद करने और अन्य चिंताओं पर प्रतिक्रिया देने को कहा ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्रणाली ठीक से काम कर रही है। इस बेंच में जस्टिस जसमीत सिंह भी हैं। बेंच ने कहा कि उसका मकसद केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों को कोविड बीमारी की तीसरी लहर की आशंका के लिए तैयार रहने की जरूरत के प्रति संवेदनशील बनाना है। अदालत ने दिल्ली सरकार को भावरीन कंधारी की एक याचिका पर नोटिस जारी किया जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानदंडों के अनुरूप अस्पतालों में एक लाख से अधिक बिस्तरों की स्थापना तथा चिकित्सा तैयारियों पर विभिन्न दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन का अनुरोध किया गया है।

Previous article26 नवम्बर 2021
Next articleकिसान आंदोलन के एक साल होने पर राकेश टिकैत बोले अभी जारी रहेगा आंदोलन

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here