मदरलैंड संवाददाता, देवघर
अनुमंडल पदाधिकारी सह अनुमंडल दंडाधिकारी श्री विशाल सागर के द्वारा देवघर में दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाने के उपरांत उक्त इलाके को पूरी तरह से सील कर नो एंट्री जोन घोषित कर दिया गया है। साथ हीं उनके द्वारा सभी इन्सीडेन्ट कमान्डर्स एवं चिकित्सकों को निदेशित किया गया है कि वैसे मरीज जिन्हें क्वारेन्टाईन किया गया हो एवं उसके स्वाब का नमूना लेकर लैब में जाँच हेतु भेजी गयी हो, वैसे मरीजों के कोरोना संक्रमण के जांच के रिपोर्ट आने से पूर्व किसी भी सूरत में उन्हें क्वारेन्टाईन सेन्टर से न छोड़ा जाय। जांच रिपोर्ट हेतु प्रतीक्षारत क्वारेन्टाईन किये गये व्यक्ति के रिपोर्ट को निगेटिव आने के पश्चात तत्संबंधी सूचना जिला प्रशासन को उपलब्ध कराकर संबंधित व्यक्ति को क्वारेन्टाईन सेन्टर से छोड़ने की अनुमति मिलने के पश्चात हीं क्वारेन्टाईन किये व्यक्ति को छोड़ा जाना है। सभी इन्सीडेन्ट कमान्डर्स, MOIC एवं चिकित्सक इसका दृढ़ता से पालन करेंगें।
इसके अलावा अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि वैसे व्यक्ति जो 14 दिनों तक क्वारेन्टाईन सेंटर में रहने के पश्चात स्वस्थ पाये जाते है, तो उन्हें सशर्त क्वारेन्टाईन सेन्टर से छोड़ा जाएगा। साथ ही अगले 14 दिनों के लिए उन्हें होम क्वारेन्टाईन में रहना होगा। साथ हीं अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि कोरोना से संक्रमित पाया जाने वाला युवक कहां-कहां गया है, किससे मिला है, इससे जुड़ी संपूर्ण निगरानी और ट्रेसिंग प्रशासन व स्वस्थ विभाग द्वारा की जा रही है एवं जल्द ही चिन्हित क्षेत्र के सभी लोगों के भी नमूनों को जांच के लिए भेजा जा रहा है।
इसके अलावे एहतियात के तौर पर किसी के भी आने-जाने पर संपूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही इससे जुड़ने वाले सभी मार्ग को पूरी तरह से बंद करते हुए प्रत्येक मार्ग पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की तैनाती की गई है।
इसके अलावा अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा सील किये गये क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों से अपील की गयी है कि कोई भी व्यक्ति पैनिक न हो। सभी धैर्य बनाये रखें। इस संकट की घड़ी में परस्पर सहयोग से हीं हम कोरोना वायरस नामक इस बीमारी से निजात पा सकते हैं एवं अपने परिवार व समाज को सुरक्षित रख सकते हैं। जिला प्रशासन द्वारा लोगों की सुविधा हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहा है। साथ हीं उनके द्वारा सभी चिकित्सकीय व स्वास्थ्य कर्मियों से अपील की गयी कि स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से उनके द्वारा सभी एहतियाती उपाय अपनाये जाएँ, ताकि कोरोना वायरस के प्रसार से बचाव हो सके।