मदरलैंड संवाददाता@ सिमरी बख्तियारपुर , सहरसा
प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों बनाये गये क्वॉरेंटाइन सेंटरों में प्रवासी मजदूरों समेत अन्य लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग सिखाया जा रहा है । योग के दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है । वहीं दूसरी ओर रमजान माह को लेकर रोजा रखनेवाले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए भी इफ्तार और सेहरी की व्यवस्था की गयी है । रोजेदारों को इफ्तार और सेहरी के लिए फल, शरबत आदि उपलब्ध कराये जा रहे हैं । इफ्तार और सेहरी के दौरान सोशल डिस्टेन्सिंग का भी ख्याल रखा जा रहा है । जिसकी मांग पूर्व में महखड़ पंचायत के मुखिया शगुफ्ता प्रवीण ने अनुमंडल प्रशासन को पत्र के माध्यम से की जा रही थी । बताते चलें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन किया गया है । लॉकडाउन में ढील दिये जाने के बाद दूसरे प्रदेशों से आनेवाले प्रवासी मजदूरों समेत अन्य लोगों को उनके गृह प्रखंडों बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है कई विद्यालयों को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाये गये हैं । वहीं अनुमंडल पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के गृह जिले आने के उपरांत संबंधित प्रखंडों में बने क्वॉरेंटाईन सेंटर आने के बाद प्रसाधन सामग्री (जैसे-बाल्टी, मग, आदि) समेत अन्य जरूरी चीजें दी जा रही हैं । क्वॉरेंटाइन सेंटर में खाने-पीने, चिकित्सा समेत अन्य सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है । इसके बावजूद कई जगहों से हंगामा और विरोध प्रदर्शन की खबरें भी सामने आयीं । अब क्वारेंटाइन सेंटरों में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने के लिए योग सिखाया जा रहा है । जिसकी शुरुआत क्वॉरेंटाईन सेंटर डी सी कॉलेज सिमरी बख्तियारपुर मे प्रसिद्ध योग गुरु प्रभाकर आचार्य के द्वारा योगाभ्यास कराया जा रहा है । कोरोना के खिलाफ जंग में दूसरे प्रदेशों से आये प्रवासी मजदूरों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटरों में योग सिखाया जा रहा है. इससे प्रवासी मजदूर स्वस्थ और तंदुरुस्त रह सकेंगे । साथ ही उनका समय भी व्यतीत होगा । योग करनेवाले मजदूरों का भी कहना है कि योग से उन्हें फायदा महसूस हो रहा है । शरीर में स्फूर्ति का अहसास हो रहा है ।
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