मदरलैंड संवाददाता, भितहां
जैसे-जैसे धान रोपनी के लिए बिचड़ा गिराने का समय नजदीक आ रहा है जिले के गंडक पार चार प्रखंडों के किसानों की चिंता धान-बीज को लेकर बढ़ती जा रही है। कोरोना संकट से उत्पन्न स्थिति एवं (लॉक डाउन) के कारण अंतरराज्यीय सीमा सील हो जाने से गंडकपार के किसान खाद-बीज को लेकर परिशानियों का सामना कर रहे हैं। विदित है कि भौगोलिक स्थिति के कारण इन प्रखंडों के निवासियों का नजदीकी मार्केट उत्तर प्रदेश में हीं हैं जहां से सभी जरूरी सामानों की आपूर्ति होती है। भितहां प्रखंड के किसान राजदेव यादव, सुरेश राय,अजय राय,नवल किशोर कुशवाहा, रंगलाल यादव ,शभ्भु कुमार काशी पाण्डेय इत्यादि लोगों का कहना है कि यूपी सीमा पर इसी तरह शख्ती रही तो हम सब समय से बिचड़ा गिराने के लिए धान-बीज भी नहीं खरीद पायेंगे।
इस समस्या को लेकर खैरवा पंचायत के सरपंच भोला बैठा का कहना है कि या तो विहार सरकार प्रखंडों में सही समय पर बीज-खाद उपलब्ध कराये या यूपी जनपद कुशीनगर के उच्च अधिकारियों से बात कर खाद-बीज के लिए किसानों को यूपी के मार्केटों में जाने आने की छुट दिलावें। ऐसा नहीं होने पर इस साल गंडकपार के किसान धान की खेती नहीं कर पायेंगे।साथ हीं उन्होंने कहा कि चुकि हमारे यहां की मिट्टी दोमट एवं हल्की है अतः यहां धान की यह रोपनी पहले की जाती है जो अब चिंता का विषय बन गया है।