नई दिल्ली। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन देने तथा देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संबंधित मंत्रालयों से 24 महत्वपूर्ण क्षेत्रों की सूची साझा की है। इन क्षेत्रों में खाद्य प्रसंस्करण, खिलौना, फर्नीचर, कृषि रसायन आदि शामिल हैं। डीपीआईआईटी द्वारा साझा की गई सूची में जैविक खेती, लौह, एल्युमीनियम एवं तांबा, इलेक्ट्रॉनिक्स, औद्योगिक मशीनरी, चमड़ा और जूता तथा वाहन कलपुर्जा क्षेत्र भी शामिल हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, प्रत्येक मंत्रालय को इन क्षेत्रों की सूची सौंपी गई है। इससे यह पता चल सकेगा कि इन क्षेत्रों को किस तरह के प्रोत्साहनों की जरूरत है। नीति का किस तरह का बदलाव करने की जरूरत है। संबंधित मंत्रालय यह काम करने वाले है। हमारे द्वारा मंत्रालयों को शुरुआती कार्रवाई योजना सौंपी है, मंत्रालय उनपर काम करेगा। प्रत्येक मंत्रालय इन क्षेत्रों पर अपनी नीति लेकर आएगा।’’
अधिकारी ने बताया कि सरकार इन क्षेत्रों में देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। निर्यात बढ़ाना चाहती है और वैश्विक आपूर्तिकर्ता बनना चाहती है। डीपीआईआईटी खिलौनों और फर्नीचर के घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए सक्रिय तरीके से काम कर रहा है। अधिकारी ने कहा, ‘‘इन क्षेत्रों की पहचान के लिए अंशधारकों के साथ कई बैठकें की गईं। ये वे क्षेत्र हैं जिनमें भारत को एक मजबूत विनिर्माण केंद्र बनाया जा सकता है। विनिर्माण को प्रोत्साहन से रोजगार के अधिक अवसरों का सृजन किया जा सकेगा और देश के निर्यात को बढ़ाया जा सकेगा। विनिर्माण क्षेत्र का देश की अर्थव्यवस्था में करीब 15 प्रतिशत का योगदान है। सरकार इसमें उल्लेखनीय इजाफा करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

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