नई दिल्ली । युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने देश में तीरंदाजी खेल के प्रचार और नियमन के लिए राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में भारतीय तीरंदाजी संघ-एएआई की सरकारी मान्यता बहाल कर दी है। एएआई की सरकारी मान्यता को भारतीय खेल विकास संहिता, 2011 (स्पोर्ट्स कोड) के अनुसार अपने चुनाव कराने में विफलता के कारण आठ साल पहले वापस ले लिया गया था। एएआई को प्रदान की गई सरकारी मान्यता 1 वर्ष के लिए मान्य होगी।
केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री और भारतीय तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा ने युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया। अर्जुन मुंडा ने कहा कि मैं भारतीय तीरंदाज़ी संघ को 7 दिसंबर, 2012 को लागू किए गये निलम्बन के फैसले को रद्द किये जाने के निर्णय के लिए मंत्रालय को धन्यवाद देता हूं। इस कदम को ‘ऐतिहासिक और स्वर्णिम दिन’ करार देते हुए, मुंडा ने कहा कि यह भारतीय तीरंदाज़ी के लिए एक नए युग की शुरुआत है।
तीरंदाज़ी संघ के अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय टीम के लिए इस महत्वपूर्ण मोड़ पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए यह एक महान प्रेरणा मिलेगी, जब वे टोक्यो-ओलंपिक में दुनिया के शीर्ष तीरंदाजों से सबसे कठिन चुनौती का सामना करेंगे। सभी तीरंदाज़ों, प्रशिक्षकों और पूरे तीरंदाजी परिवार को हार्दिक बधाई देते हुए मुंडा ने कहा कि तीरंदाज़ी संघ की मान्यता की बहाली लंबे संघर्ष और अदालती लड़ाई का परिणाम है। भारत में तीरंदाजी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए भारतीय तीरंदाज़ी संघ का दृढ़ संकल्प है। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि एएआई युवा कार्य और खेल मंत्रालय के साथ मिलकर तीरंदाजी के खेल के लाभ के लिये भविष्य में सर्वोच्चता और नैतिकता के उच्चतम स्तर को बनाए रखने के लिए खिलाड़ियों के लिए काम करेगा।

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