नई दिल्ली। स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी) ने विश्व पर्यावरण दिवस 2021 के अवसर पर गंगा खोज प्रश्नोत्तरी क्वेस्ट 2021 के भव्य समापन (ग्रैंड फिनाले) का आयोजन किया, जो गंगा, नदियों और पर्यावरण पर एक ऑनलाइन वैश्विक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता थी। गंगा नदी और हमारे देश की अन्य नदियों के प्रति लोगों को विशेष रूप से युवाओं, बच्चों, छात्रों को संवेदनशील बनाने के लिए पहली बार 2019 में एक शैक्षिक कार्यक्रम के रूप में इस प्रश्नोत्तरी पर विचार किया था। इस प्रश्नोत्तरी (क्विज) का आयोजन स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी) ने ट्री क्रेज फाउंडेशन के सहयोग से किया। लाखों प्रतिभागियों के बीच प्रारंभिक दौर के विजेताओं को बधाई देते हुए, राजीव रंजन मिश्रा, महानिदेशक, एनएमसीजी ने कहा कि, “विश्व पर्यावरण दिवस 2021- इकोसिस्टम को फिर से जीवंत करने की अवधारणा के अनुरूप यह गंगा प्रश्नोत्तरी (क्वेस्ट) न केवल गंगा बल्कि पूरे ईकोसिस्टिम पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य हंसते-खेलते हुए जानकारियों की प्राप्ति को सुनिश्चित करना है।” यह वार्षिक प्रश्नोत्तरी नमामि गंगे अभियान के लोगों को जोड़ने के अपने उद्देश्य में मदद करने वाले देश के लाखों लोगों से जुड़ने के लिए एक सबसे महत्वपूर्ण गतिविधि बन गई है। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस प्रक्रिया में गहरी दिलचस्पी लेते हुए, पिछले साल से टीम एनएमसीजी को इसे दस लाख से अधिक की प्रश्नोत्तरी बनाने और एक नियमित आयोजन बनाने के लिए प्रेरित किया है। एनएमसीजी के महा निदेशक ने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, देश के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों और विश्व से बहुत बड़ी संख्या में अन्य देशों ने गंगा क्वेस्ट में भागीदारी के साथ अपने प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार किया है। उन्होंने कई सहयोगी संस्थानों, नेहरू युवा केंद्र (एनवाईके) गंगा दूत, गंगा मित्र, प्रहरी, गंगा विचार मंच आदि जैसे कई स्वयंसेवी समूहों द्वारा किए गए सराहनीय कार्यों की सराहना की, जो गंगा संरक्षण के संकल्प को मजबूत करने में महामारी के बावजूद अतिरिक्त प्रयास करते रहे हैं। उन्होंने प्रतिभागियों से प्रश्नोत्तरी से परे भी गंगा और पर्यावरण के साथ अपने जुड़ाव को जारी रखने का आह्वान किया।