मदरलैंड संवाददाता, सोनपुर (सारण)
सोनपुर (सारण) सोनपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतो के गरीब असहायों ने 2017 व 18 में आवेदन पत्र देकर सरकारी सहायता के लिए राशन कार्ड बनाने के लिए आवेदन दी गयी लेकिन गरीबो के राक्षसों ने वैसे लोगो को चिन्हित कर राशन कार्ड बनाया जो संपन्न है या विचौलियों के मदद से पैसे देकर राशन कार्ड बना लिया । आज कोरेना जैसे महामारी में वैसे गरीब असहाय परिवारों को उनके सामने परिवार के भरण पोषण के लिए उन्हें मजदूरी भी नहीं मिल रही है नहीं कहीं रोजगार मिल रही है और लॉक डाउन के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई लेकिन आज तक राशनकार्ड के आवेदन पत्र दिए दो से तीन साल बीत जाने के बाद भी या वैसे परिवार जो पिला राशनकार्ड से 5 माह पूर्व राशन उठाव करते थे वैसे लोगो को भी राशन देने से वंचित कर दी गयी । वैसे गरीबो को राशनकार्ड से वंचित हो गए और मिलने वाली सरकारी सहायता से भी वंचित हो रहे हैं । स्थानीय प्रशाशन से किसी तरह की कोई सुविधा अभी तक नहीं मिली है ऐसे मैं गरीब असहाय पीड़ित परिवार कैसे इस कोरोना रूपी राक्षस से लड़ पाएंगे । सवाल यह उठता है कि सत्र 2017,18 में वैसे लाभुक गरीब असहाय परिवार जो चार सौ से लेकर ₹800 खर्च करके आवेदन पत्र जमा करने के लिए लंबी लाइन धूप में लगकर आवेदन पत्र प्रखंड व अनुमंडल कार्यालयों में जमा किया लेकिन आज वैसे लोगों को 2 साल बीत जाने के बाद भी उन्हें राशन कार्ड से वंचित है । सवाल यह उठता है कि –गरीबों का राक्षस जो कर्मचारी, बिचौलियों हैं वह आज तक क्यों नहीं वैसे लाभुकों को राशन कार्ड दिए या वितरण की । कुछ ऐसे भृष्ट कर्मचारी जो अपने निजी स्वार्थ के कारण संपन्न परिवारों को या बिचौलियों से मिलकर वैसे लोगों राशन कार्ड मुहैया कराया आज संपन्न व्यक्ति ही राशन कार्ड से सरकारी सहायता लेने में चूक नहीं रहे हैं लेकिन गरीब असहाय आज उस दर्द भरी कहानी लेकर किसे सुनाए अपनी फरियाद । सवाल यहां कई खड़े हो रहे हैं 2017,18 का आवेदन पर अभी तक लाभुकों को क्यों नहीं मिला राशन । वही प्रखंड के एमओ का दो दिनों से फोन करने पर उनका मोबाईल बंद बतायी जा रही है । क्या कहते अंचलाधिकारी रमाकांत महतो — जिन लोगो का आवेदन पत्र जमा है वैसे आवेदकों को जाँच पड़ताल कर उन्हें यधाशीग्रह राशनकार्ड उपलब्ध कराया जाएगा और मिलने वाली सरकारी सहायता दी जाएगी ।