मुलताई। मुलताई ब्लॉक के ग्राम घाटपिपरिया में ग्रामीणों को तीन किलोमीटर दूर खेतो में बने कुएं से पानी लाना पड़ रहा है, गांव की नल जल योजना पिछले कई महीनों से बन्द पड़ी है, हालात यह है कि ग्रामीण सुबह से विभिन्न साधनों से औऱ पैदल चलकर पानी ला रहे है। ग्रामीणों द्वारा शनिवार को पंचायत में ज्ञापन भी दिया गया था, लेकिन इसके बाद भी कोई हल नहीं निकला, इधर रविवार को ग्रामीणों ने मुलताई-छिंदवाड़ा हाईवे मार्ग पर भी नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया है, ग्रामीणों ने बताया कि उनकी सुनवाई करने वाला कोई नही है। जनपद के अधिकारियों ने सालो से गांव का चक्कर नही लगाया है, पंचायत में भी कोई सुनने वाला नही है। जिसके कारण सभी को भीषण जल संकट से जूझना पड़ रहा है।
अपै्रल की श्ुारूआत के साथ ही क्षेत्र में जल संकट ने विकराल रूप धारण कर लिया है। मुलताई ब्लाक के ग्राम घाट पिपरिया में लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। गांव की नल जल योजना महीनों से बंद पड़ी है और गांव के पांच में से चार हैंडपंप हवा फेंक रहे हैं। जिससे ग्रामीणों के सामने पीने के पानी तक की समस्या खड़ी हो गई है और ग्रामीणों को कुओं का गंदा पानी पीना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें गांव से लगभग तीन किमी के दायरे में खेतों के कुओं से पानी लाना पड़ रहा है। 700 घरों की इस बस्ती की जनसंख्या लगभग 4 हजार है, लेकिन इस भीषण जल समस्या का इनके पास और कोई समाधान नही है। वही कोई नेता भी इनकी सुध लेने नही पहुच रहा है। ग्रामीण प्रभात चौरासे, रंजीत उपराले , आकाश बचले , कमलेश परधे , कृष्णा जी , अशोक बचले , कमलेश जी , मनेश बिहरे , मल्लू हरसुले , गुलजार बछले, बाबू जी जगदेव, पप्पू जी , विजय बिहारे , सुनील कुमार , अशोक चौरासे , नितेश उपराले , कौशल्या चौरासे , सुग्नारिया बीहारे , भाग्रती उपराले , कौशल उपराले , शिवानी , स्वेता , राखी जी , गीता जी, मंदा बाई , अनीता बाई , गिरजा बाई , मालती चौरसे, किसनी बाई , सुनिला बाई , चुन्नगा बाई , पूजा साहू , रामप्यारी बिहारे , चंद्रा बाई , अनीता बाई , सुगंती बाई आदि ने बताया कि ग्राम पंचायत घाट पिपरिया में बीते कुछ वर्षों से पीने के पानी,दैनिक जीवन की आवश्यकताओं के लिए पानी एवं मवेशियों के लिए पानी की बहुत ज्यादा समस्या बढ़ गई है। जिससे कि समस्त ग्रामवासी जिसमें मुख्य रूप से अंबेडकर मोहल्ला, मातलढाना, एवं सड़क मोहल्ला बहुत ही ज्यादा पानी की कमी से जूझ रहे हैं । यह पानी का संकट प्रत्येक वर्ष फरवरी माह के अंतिम सप्ताह से लेकर जुलाई मे बारिश होने तक बना रहता है । जिसकी समय-समय पर प्रशासन को जानकारी एवं प्रस्ताव के माध्यम से सूचित किया जाता है। लेकिन प्रशासन द्वारा आज तक कोई भी सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। इस स्थिति की जांच के लिए ग्राम वासियों ने इस वर्ष 2021 के मार्च के प्रथम सप्ताह के मंगलवार के दिन मुलताई में जन सुनवाई में कलेक्टर साहब को लिखित प्रस्ताव दिया था7 जिस पर भी कोई संतोजनक कार्यवाही नहीं हुई है। उन्होंने तत्काल पानी की समस्या दूर करने हेतु ग्राम के लोगों को आश्वासन दिया था,लेकिन अभी तक कोई भी सुविधा मुहैया नहीं कराई गई हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लॉक डाउन जैसी कोई स्थिति नही है, क्योंकि सुबह से शाम तक पानी भरना पड़ता है। गांव के लोग यदि लॉक डाउन की चिंता करेंगे तो प्यासे मर जायेंगे। गांव के लोगो को पीने के साफ पानी तक सरकार उपलब्ध नही करवा पा रही है तो कोरोना का डर दिखाकर घरों में क्या प्यासे मरने के लिए कैद किया जा रहा है। जल समस्या को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।
कल ज्ञापन सौँपा आज की नारेबाजी
ग्रामीणों द्वारा शनिवार को जल संकट को लेकर पंचायत पहुंचकर सचिव को ज्ञापन सौंपा गया था, इसके बाद आज रविवार को ग्रामीणों ने मुलताई-छिंदवाड़ा मार्ग पर जमकर नारेबाजी की और पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि सचिव से लेकर कलेक्टर तक हर स्तर के अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जा चुका है, लेकिन समस्या का हल नहीं निकल रहा है। जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने जल्द से जल्द पानी उपलब्ध कराने की मांग की है।

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