पश्चिमी विक्षोभ के कारण फिर बिगड़ेगा मौसम का मिजाज
भोपाल। प्रदेश में तीन-चार दिन बाद एक बार फिर मौसम बिगडने वाला है। इसकी वजह एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 16 मार्च को उत्तर भारत में दाखिल होने को बताई जा रही है। इसके प्रभाव से आगामी 18-19 मार्च से एक बार फिर मप्र में बादल छाने लगेंगे और कहीं-कहीं बरसात भी हो सकती है। वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने और उत्तर महाराष्ट्र पर बने चक्रवात के दक्षिण महाराष्ट्र की तरफ खिसक जाने से हवाओं का रुख बदल गया है। शनिवार को उत्तर-पूर्वी हवाएं चलने से वातावरण में नमी काफी कम हो गई है। इससे मौसम साफ हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी चार दिन तक वातावरण शुष्क रहेगा और दिन का तापमान बढ़ेगा। इसके बाद एक बार फिर बादल छाएंगे और बरसात भी हो सकती है। मौसम विज्ञानी पीके साहा के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पास है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के 16 मार्च को उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। इनके प्रभाव से 18-19 मार्च से एक बार फिर मप्र में बादल छाने लगेंगे और कहीं-कहीं बरसात भी हो सकती है। साहा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण बुधवार को उत्तरी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ था। इसी तरह उत्तरी महाराष्ट्र पर भी एक चक्रवात बना हुआ था। इन दो सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी मिलने के कारण गुरुवार को राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ीं और कहीं-कहीं ओले भी गिरे। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ जाने से राजस्थान और महाराष्ट्र पर बने सिस्टम भी पश्चिम और दक्षिण दिशा की तरफ खिसक गए हैं। इससे शनिवार को सुबह से ही हवाओं का रुख उत्तर-पूर्वी हो गया है। वातावरण में आद्रता कम होने से बादल छंट गए और मौसम साफ हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 32.6 डिग्रीसेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से एक डिग्रीसे.कम रहा। न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से दो डिग्रीसे.कम रहा। साथ ही शुक्रवार के न्यूनतम तापमान (19.6 डिग्रीसे.) की तुलना में चार डिग्रीसे. कम रहा।