मदरलैंड संवाददाता सहरसा।
बेमौसम बारिश से किसानों की टूटी कमर, सैकड़ों एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद
जिले में बुधवार की अहले सुबह से मूसलाधार बारिश हुई। आधी रात तीन बजे से मौसम का मिजाज बदला रहा और झमाझम बारिश होती रही। बारिश से शहर से लेकर गांव तक लोग अपने घरों में कैद रहे। वैसे भी लॉक डाउन के वजह से घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं लोग ।हलांकि इस बारिश ने लॉक डाउन के साथ साथ थोड़ी पुलिस प्रशासन को भी राहत दी।वैसे भी बाजार में पहले से ही सन्नाटा पसरा रहा। बारिश व लॉक डाउन से अधिकांश दुकानें बंद रही। तो वहीं झमाझम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। खेतों में तैयारी के लिए लहलहाते गेहूं की फसल को काफी छती पहुंची।हलांकि दलहन के फसल को काफी फायदा हुआ है। तेज आंधी बारिश से आम के टिकोलो को भी नुकसान हुआ है तो कहीं सैकड़ों एकड़ में थ्रेसर से तैयारी की बाट जोह रहे गेहूं की फसल रात की हुई बारिश से बर्बाद हो गई।फसल में लगे गेंहू बारिश की वजह से नष्ट हो गए।तो कहीं बारिश और हवा से गेहूं का लहलहा रही फसल मजदूर के भरोसे खेतों में गिर गया है। खेतों में गिरे गेहूं का फसल देख किसान मायूस हैं। फसल की बर्बादी देख किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं। जिले के बनमा ईटहरी,सोनवर्षा, पतरघट, सौरबाजार ,महिषी,कहरा,सलखुआ,सिमरीबख्तियारपुर मे अधिकांश किसानों का फसल बारिश की वजह से बर्बाद हो गए।किसानों की पूंजी बारिश में दफन हो गया है। किसान बर्बाद हुए फसल की भरपाई कैसे करेंगे इसकी चिता में डूबे हैं।