मदरलैंड संवाददाता, अररिया
अररिया – रानीगंज रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डॉ वायपी सिंह पर इलाज में लापरवाही बरतने व मारपीट का आरोप लगाते हुए मृतक बद्री ततमा की ने रानीगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं मुखिया संघ के प्रिन्स भिक्टर के भाई ने भी रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। दोनो मामला दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई है। रानीगंज के बरबन्ना निवासी बद्री शर्मा की पत्नी रेखा देवी ने बताया कि 23 अप्रैल की दोपहर पति की तबियत खराब होने के बाद उसे इलाज के लिए रानीगंज अस्पताल लाया।
अस्पताल में इलाज के लिए पर्ची कटवाए गये। इसके बाद इलाज नहीं हुआ। इसके बाद वापस लौट गया। लेकिन फिर चार बजे मेरे पति की सीने में दर्द व सांस लेने में तकलीफ महसूस हुई। इसके बाद वे फिर से रानीगंज रेफरल अस्पताल गये। डयूटी पर मौजूद डॉक्टर रमेश कुमार प्राथमिक उपचार कर रहे थे कि समय करीब छह बजे प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह आये एवं मेरे पति को एक सुई लगा दिये। सुई लगाने के पांच मिनट बाद पति के शरीर से पूरा पसीना बहने लगा। तथा आनन फानन में अररिया रेफर कर दिया। एम्बुलेंस से अररिया ले जाने के दौरान रानीगंज बस स्टैंड के समीप मेरे पति का मौत हो गयी।
सूचना पर मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष प्रिंस भिक्टर अस्पताल आये । इसी समय डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह गाली गलौज करते हुए जाति सूचक शब्द का अपमान करते हुए शव को लेकर अस्पताल से जल्दी निकलने के लिए कहने लगे। पीड़िता रेखा देवी का कहना था कि रेफरल प्रभारी की लापरवाही उनके पति की मौत हुई है। वहीं दूसरी ओर बरबन्ना निवासी आशुतोष कुमार ने डॉ योगेंद्र प्रसाद सिंह पर अपने भाई प्रिन्स भिक्टर पर मारपीट का आरोप लगाया है। आशुतोष कुमार ने प्रभारी चिकित्सक वायपी सिंह सहित तीन चार अज्ञात लोगों पर बस स्टैंड स्थित कार्यालय में घुसकर भाई प्रिंस भिक्टर के साथ मारपीट करने की बात कही है। इधर रानीगंज थानाध्यक्ष श्यामनंदन यादव ने बताया कि रेफरल प्रभारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है। वहीं आरोपी डॉक्टर वायपी सिंह ने कहा कि एक साजिश के तहत उन्हें फंसाकर उनकी छवि धूमिल की जा रही है।