वॉशिंगटन। कोरोना को लेकर फैली ऊहापाह के बीच एक ताजा स्टडी में चीनी रिसर्चर्स ने बताया है कि उन्हें चमगादड़ों में नए कोरोना वायरस मिले हैं। इनमें कोविड-19 महामारी फैलाने वाले सार्स-कोव -2 जैसा वायरस भी है। इस स्टडी के लिए सैंपल मई 2019 से लेने शुरू किए गए और नवंबर में वुहान में वायरस तेजी से फैलना शुरू हो गया था। रिपोर्ट के अनुसार रिसर्चर्स का कहना है कि उनकी खोज से पता चलता है कि चमगादड़ों में कितने कोरोना वायरस होते हैं और कितने इंसानों में फैल सकते हैं। सेल पत्रिका में छपी स्टडी में शाडॉन्ग यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने कहा है कि चमगादड़ की अलग-अलग प्रजातियों से कुल 24 नोवेल कोरोना वायरस जीनोम असेंबल किए गए हैं जिनमें से चार सार्स-कोव -2 जैसे हैं।
सैंपल मई 2019 से नवंबर 2020 के बीच जंगल में रहने वाले चमगादड़ों से लिए गए थे। रिसर्चर्स का कहना है कि एक वायरस सार्स-कोव -2 से काफी हद तक मिलता-जुलता है। इसके स्पाइक प्रोटीन में ही कुछ अंतर है, जिसके जरिए वायरस कोशिकाओं से अटैच होता है। स्टडी में कहा गया है कि थाईलैंड से जून 2020 में लिए गए सैंपल के साथ पता चलता है कि चमगादड़ों में सार्स-कोव -2 जैसे वायरस पनप रहे हैं और कुछ जगहों पर ये ज्यादा हो सकते हैं। यह रिसर्च ऐसे वक्त में सामने आई है जब वायरस फैलने में चीन की भूमिका पर सवाल तेज हो चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच की मांग की जा रही है। हाल ही में अमेरिकी की खुफिया एजेंसियों के हवाले से दावा किया गया था कि चीन के युन्नान प्रांत में एक बंद पड़ी खदान में चमगादड़ों से वायरस इंसानों में फैला था। इसके शिकार हुए मजदूरों के सैंपल वुहान की वायरॉलजी लैब लाए गए थे। आरोप है कि यहीं से वायरस लीक हो गया और दुनिया इस त्रासदी की चपेट में आ गई।

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