चीन के भारतीय सैनिकों पर हमले की घटना के बाद आम लोगों में चीन के प्रति गुस्सा बहुत अधिक है। इसके साथ ही व्यापारियों में भी चीन के विरुद्ध आक्रोश जगा हुआ है। इसके अलावा व्यापारियों ने चाइनीज सामान नहीं बेचने का एलान कर दिया है। वहीं व्यापारियों का कहना है कि केंद्र सरकार को चाइना के सामान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने में देर नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही चीन को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें की सोमवार रात लद्दाख के गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प को लेकर व्यापारियों की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। जी हाँ भारतीय बाजार में चाइनीज उत्पादों की भरमार है। वहीं टेलीविजन, कंप्यूटर, मोबाइल फोन, चार्जर, हेडफोन, रेफ्रीजरेटर, पंखा, कूलर, छोटे बच्चों के खिलौने, कॉस्मेटिक सामान आदि अधिकतर चाइना से ही आता है।
इसके साथ ही यहां तक कि मेडिकल का सामान भी चाइना से आयात किया जाता है। वहीं व्यापारियों ने सरकार से चाइना का मुंहतोड़ जवाब देने की गुजारिश करते हुए कहा है कि इस समय पूरा देश सरकार के साथ खड़ा है। वहीं भारत के तनाव दूर करने के प्रयास के बावजूद चीन की ओर से की गई कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है। बता दें की सरकार को चीन का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। आपकी जानकारी के लिए बता दें की नगर में व्यापारियों ने चाइनीज सामान नहीं बेचने का निर्णय किया है। वहीं सरकार को चाइनीज सामान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा देना चाहिए। वहीं चाइना की इस नापाक हरकत का हम विरोध करते हैं। इसके साथ ही सरकार को चाइना से आयात होने वाले सामान पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिससे चाइनीज सामान बाजार तक पहुंच ही न सके।
वहीं चाइना को जवाब देने के लिए महिलाएं भी मोर्चा संभालने के लिए तैयार हो गयी हैं। बता दें की भारत के नरम व्यवहार के बावजूद चाइना की दादागिरी निंदनीय है। ऐसे में भारत के तनाव कम करने के प्रयास के बावजूद चाइना ने भारतीय सेना को हिंसक झड़प के लिए मजबूर कर दिया है ।वहीं सरकार को चाइनीज सामान के आयात पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।और सरकार को चाइना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हमारे सैनिकों का बदला लेना चाहिए। साथ ही चाइना को मुंहतोड़ जवाब देकर न्यू इंडिया की ताकत का अहसास कराना चाहिए। चाइना के उत्पादों का सभी को एकजुट होकर बहिष्कार करना चाहिए।