नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट में बड़े फेरबदल और विस्तार का काउंटडाउन शुरू हो गया है। शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं और संभावित मंत्रियों के नामों पर भी मुहर लग गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार करेंगे तो कई नए चेहरे सरप्राइज करने वाले होंगे। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अपने फैसलों से चौंकाने वाले मोदी इस बार ऐसा ही कुछ कर सकते हैं। फिलहाल, जिस तरह से पीएम आवास पर नेताओं की मौजूदगी दिख रही है, उससे यह स्पष्ट होता जा रहा है कि आज किन-किन को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। आगामी विधानसभा चुनावों से ही मोदी कैबिनेट के विस्तार का रास्ता निकला है। चुनावी राज्यों और जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग राज्यों से नए चेहरे को कैबिनेट का हिस्सा बना सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री आवास पहुंचने वालों में मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, हरियाणा के सिरसा से सांसद सुनीता दुग्गल, दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी, उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट, कर्नाटक से सांसद शोभा करंदलाजे, महाराष्ट्र से सांसद प्रीतम मुंडे, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के पशुपति पारस सहित कुछ अन्य नेता शामिल हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे सभी नेता, शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में, मंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं। मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में 19 नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। इसके साथ ही मंत्रिपरिषद की संख्या 53 से बढ़़कर 72 हो जाएगी। कैबिनेट फेरबदल में कुछ मंत्रियों का कद भी बढ़ाया जा सकता है। इनमें प्रमुख नाम नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अनुराग ठाकुर का भी चल रहा है। मौजूदा मंत्रिपरिषद में कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 81 हो सकती है।














