कोलकत्ता। पश्चिम बंगाल में चुनावी घमासान के बीच आज तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से दोपहर में मुलाकात करेगा। इस डेलिगेशन में सांसद डेरेक ओ ब्रायन, कल्याण बनर्जी, प्रतिमा मंडल और सांतुन सेन होंगे। टीएमसी सांसदों का यह दल करीब 3.30 बजे चुनाव आयोग पहुंचेगा। यह बैठक ऐसे वक्त में हो रही है, जब चुनाव प्रचार से टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 24 घंटे के लिए चुनाव प्रचार-प्रसार से बैन कर दिया गया था। चुनाव आयोग के इस फैसले के लिए खिलाफ ममता बनर्जी ने मंगलवार को करीब साढ़े तीन घंटे का धरना भी दिया था। चुनाव आयोग ने जब ममता बनर्जी को 24 घंटे लिए चुना प्रचार से प्रतिबंधित कर दिया था, तब उनकी पार्टी टीएमसी ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग भाजपा के विंग और अधिनायकवाद तरह व्यवहार कर रहा है।
गौरतलब है कि निवार्चन आयोग ने चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के मामले में बनर्जी पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया था। बनर्जी पर यह प्रतिबंध सोमवार रात आठ बजे से मंगलवार रात बजे तक के लिए लगाया गया। इस दौरान वह चुनाव प्रचार नहीं कर पायीं। चुनाव प्रचार पर लगी पाबंदी खत्म होने कुछ मिनट बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें प्रचार से रोकने की कोशिश हो रही है। बनर्जी ने कहा कि वह जमीन से जुड़ी योद्धा हैं और ”डराने धमकाने के भाजपा के हथकंडे के आगे नहीं झुकेंगी। बनर्जी ने कहा कि राज्य के लोग उन्हें चुनाव प्रचार करने से रोकने और भगवा पार्टी के नेताओं को प्रचार करने की अनुमति देने के मामले में फैसला करेंगे। बनर्जी ने कहा, ‘भाजपा प्रचार कर सकती है और मुझे अनुमति नहीं दी गयी। मैं कुछ नहीं कहूंगी, बंगाल के लोग इस पर निर्णय करेंगे। वे हर चीज देख रहे हैं।’ खुद को जमीन से जुड़ी योद्धा बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भाजपा के डराने-धमकाने के हथकंडे के आगे नहीं झुकेंगी। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसकी एजेंसियों द्वारा मुझे प्रचार से रोकने के लिए कोशिशें की जा रही हैं।