मदरलैंड संवाददाता बगहा।
बगहा(मदरलैण्ड वॉइस) बगहा दो के वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में सैलानियों के लिए रखे गए चार हाथियों में सबसे छोटा हाथी राजा फिसलकर गिरने से घायल हो गया है । जिसकी जानकारी वाल्मीकिनगर रेंज के वन पदाधिकारी महेश प्रसाद ने दूरभाष पर दी । उन्होंने बताया कि वीटीआर के चार हाथियों में से सबसे छोटे राजा नामक हाथी के सूंड में चोट लगने से जख्मी हो गया है । जिसका इलाज बगहा अनुमंडल के सरकारी डॉक्टर से कराया जा रहा है । उन्होंने आगे बताया कि हाथियों को करीब 12 बजे मंगलवार के दिन गंडक नदी के त्रिवेणी घाट स्थित तट पर नहाने के लिए ले जाया जा रहा था ।पहाड़ी ढलान के पथरीले रास्ते पर संतुलन बिगड़ने से फिसलकर राजा हाथी गिर गया, जिस कारण उसी के खुद के दांत से उसके सूंड में जख्म लग गई है । जिसका इलाज डॉक्टरों की टीम की निगरानी में चल रहा है ।
बतातें चले कि वन विभाग ने सैलानियों के लिए कर्नाटक से चार हाथियों को मंगवाया है । जिसकी देखरेख वाल्मीकि टाइगर परियोजना के अधीन है ।जिन्हें वीटीआर जंगल के कवलेश्वर मन्दिर स्थित हाथिशाला में रखा गया है ।
रेस्क्यू कर तेंदुए को वीटीआर में छोड़ा गया
बगहा(मदरलैण्ड वॉइस) प्रखंड बगहा दो के वाल्मीकिनगर रेंज से सटे गोनौली रेंज के वीटीआर की जंगल टी 04 मे वैशाली जिले के लालगंज में रेस्क्यू किया गये तेंदुए को मंगलवार की रात्रि 8 बजे छोड़ दिया गया । यह तेंदुआ गंडक नदी के दियारे सरेह के रास्ते चलकर वैशाली जिले के लालगंज प्रखंड के जहानाबाद पंचायत के बलुआ बसंता गांव पहुंच गया था । वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना के जंगल से भटककर करीब 15 दिनों के सफर कर 200 किलोमीटर का रास्ता तय कर पहुंचा था । इस सफर के दौरान सरेह में गई एक महिला को भी तेंदुए के द्वारा घायल करने की खबर मिली है । घटना की जानकारी देते हुए वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर हेमकांत राय ने बताया कि जब इसकी सूचना मिली तो पटना स्थित संजय गांधी जैविक संस्थान के विशेषज्ञों की मदद से तेंदुए की खोजबीन शुरू की गई थी । लालगंज के जहानाबाद पंचायत के वसंता गांव में देखे जाने की खबर मिली । गांव के ही समीप तिरहुत गंढक नहर तटबंध पर बने सुलुइस गेट में देखे जाने की खबर मिली, जहां तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर बेहोश किया गया । बतादें ट्रेंकुलाइज किए जाने से पहले अहले सुबह दो युवकों को भी तेंदुए ने घायल कर दिया था, तो वहीं शौच के लिए गए गांव के संजीत शर्मा ने गांव पहुंचे अधिकारियों को बताया कि तेंदुआ ने उसपर भी हमला किया था लेकिन वह बालबाल बच गया था । इस हमले से घबराकर वह डर से चीखने चिल्लाने लगा जिसकी वजह से इसकी खबर आसपास के इलाके में जंगल की आग की तरह फैल गई । जिसकी सूचना लोगों ने जिले के एसपी को दे दी गई । और थोड़ी ही देर में पुलिस प्रशासन सहित वन विभाग की रेस्क्यू टीम गांव पहुंच गई ।