मदरलैण्ड संवाददाता, बाढ़

सोमबार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला इकाई बाढ़ द्वारा एसटीईटी अभ्यर्थियों को न्याय दिलाने एवं छात्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सोशल डिस्टेंस के तहत ए. एन. एस. कॉलेज मोड़ पर बिहार सरकार के खिलाफ, हस्तलिखित तख्ती को लेकर नारेबाजी करके विरोध -प्रदर्शन किया। जिला संयोजक मुरली मनोहर मंजुल ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा एसटीईटी परीक्षा को रद्द करना दुर्भाग्यपूर्ण है। बिहार सरकार हज़ारो छात्रों के भविष्य को कुचलने का काम कर रही है।बिहार के सरकार में कुछ शिक्षा माफिया नेताओ की वजह से आज पूरा शिक्षातंत्र खराब है।
बिहार सरकार पुनर्विचार करके अतिशीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित करे। कोविड-19 के इस भीषण महामारी के समय एक ओर छात्र, अभिवावक आर्थिक तंगी से जूझ रहे है,दूसरी ओर रूम मालिक एवं  निजी संस्थानों के मालिक शुल्क जमा करने का दबाब बना रहे है। इस  परिस्थिति में सरकार का मौन रहना शर्मनाक है।
जिला छात्रा प्रमुख बबली कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान  योजना के तहत हज़ारो छात्राओं का लंबित 25000 रुपया का भुगतान अविलंब किया जाए।
जिला मीडिया प्रमुख अविनाश कुमार राजा ने कहा कि सुशासन के 15 वर्षों के शासनकाल मे भर्ती के लिए जो भी परीक्षाएं हुई है उसमें से 98% परीक्षाएं और परिणाम विवादों में रही है आखिकार इसका जिम्मेवार कौन है। अयोग्य , संवेदनहीन, गैर जिम्मेदार बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर को अविलंब हटाया जाए।
इस मौके पर आसुतोष कुमार,विपिन कुमार, प्रवीण रॉय ,विशाल कुमार,बबलू कुमार,आकश  भरद्वाज, ऋषि कुमार,घनश्याम कुमार, अविनाश कुमार राजा ,अभिषेक कुमार, सचिन कुमार,अंकित कुमार, विक्की राज,मोनू कुमार आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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