अविनाश भगत : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का जम्मू स्थित नागरिक सचिवालय आज से आम जनता के लिए खुल गया। केंद्र शासित प्रदेश के तौर पर आज का दिन बतौर राजधानी जम्मू के लिए अहम रहा। चूंकि पहला, नागरिक सचिवालय पर पहली बार एकमात्र राष्ट्रध्वज तिरंगा लहराया गया और दूसरा संघ शासित प्रदेश के पहले उपराज्यपाल के तौर पर गिरीश चंद्र मुर्मू को गाॅर्ड आफ आनर दिया गया। इस मौके पर डोगरी पोशाक में डोगरा नृत्य भी पेश किया गया।
जम्मू-कश्मीर में दरबार मूव की परंपर
गौरतलब है कि बीते 5 अगस्त को केंद्र की मोदी सरकार ने यहां धारा 370 व अनुच्छेद 35ए को खत्म किए जाने के साथ-साथ राज्य को लद्दाख व जम्मू कश्मीर संघ शासित प्रदेशों के तौर पर विभाजित करने का ऐलान किया था। मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर में दरबार मूव की परंपरा प्रिंसली स्टेट जम्मू कश्मीर में सन् 1872 में तत्कालीन महाराजा रणबीर सिंह के समय शुरू हुई थी, जोकि अभी भी जारी है। सर्दी के मौसम के दौरान छह माह के लिए जम्मू राजधानी में दरबार तथा गर्मी में छह माह के लिए श्रीनगर राजधानी में दरबार लगता आ रहा है।
सुरक्षा के कड़े इतंजामात
हालांकि नये एवं पहले उपराज्यपाल के तौर पर गिरीश चंद्र मुर्मू ने गत 31 अक्तूबर को श्रीनगर में शपथ ग्रहण की थी। बता दें कि आज से जम्मू में दरबार खुलने के अवसर पर नागरिक सचिवालय के आसपास सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए। सचिवालय के बाहर से गुजरती डोगरा हाल से शालामार चैक तक का रास्ता पुरानी व्यवस्था के चलते यातायात के लिए 6 माह के लिए बंद कर दिया गया। शालामार मंदिर के बाहर बने गोलचक्कर पर भाजपा के झंडे लगाए गए।