जम्मू। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर पर जम्मू-कश्मीर पर उनकी टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को निशाना साधते हुए कहा कि उनकी ‘भ्रामक और पूर्वाग्रह से ग्रसित टिप्पणी’ उस पद को बहुत बड़ी क्षति पहुंचाती है, जिस पर वह आसीन हैं। बोजकिर ने इस्लामाबाद में गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में और मजबूती से लाना ‘पाकिस्तान का कर्तव्य’ है। विदेश मंत्रालय ने एक कड़ी प्रतिक्रिया में कहा कि उनकी टिप्पणी ‘अस्वीकार’ है और भारत के संघशासित प्रदेश को लेकर उनके द्वारा किया गया उल्लेख ‘अनुचित’ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मुद्दे पर मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘जब संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौजूदा अध्यक्ष भ्रामक और पूर्वाग्रह से ग्रसित टिप्पणी करते हैं, तो वह अपने पद को बहुत बड़ी क्षति पहुंचाते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का व्यवहार वास्तव में खेदजनक है और निश्चित रूप से वैश्विक मंच पर उनकी स्थिति को कमतर करता है।’ बोजकिर द्वारा उनकी हालिया पाकिस्तान यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर के संबंध में किए गए अनुचित उल्लेख पर कड़ा विरोध व्यक्त करते हुए बागची ने कहा कि उनकी यह टिप्पणी कि ‘पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को और अधिक मजबूती से उठाने के लिए कर्तव्यबद्ध है’, अस्वीकार्य है। और वास्तव में ना ही अन्य वैश्विक स्थितियों की तुलना का कोई आधार है। बोजकिर, कुरैशी के निमंत्रण पर तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर बुधवार को पाकिस्तान पहुंचे थे।

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