अविनाष भगत, मदरलैण्ड वाॅयस, जम्मू
राज्य में पहली बार अगामी 24 अक्तूबर को होने जा रहे ब्लाॅक डवेलपमेट कौंसिल यानि बीडीसी के चुनाव में भाजपा का कांग्रेंस से सीधा मुकाबला हो सकता है। चूंकि घाटी आधारित नेषनल कांफ्रेंस ने यह चुनाव न लड़ने के संकेत दिए हैं जबकि पीडीपी ने साफ तौर पर चुनाव के बहिश्कार का ऐलान किया है। गौरतलब है कि बीडीसी चेयरमैन पद के लिए नामांकन का समय गत षनिवार से अगामी बुधवार तक निर्धारित है।
बताते चलें कि यह चुनाव जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के 310 बीडीसी चेयरमैन पदों की सीटों पर लड़ा जाना है। जिन्हें गत वर्श हुए पंचायत चुनाव में निर्वाचित पंच व सरंपच चुनेगें। भाजपा ने इन 310 सीटों में से 280 सीटों के लिए प्रत्याषियों के नामों का ऐलान कर दिया है। जबकि कांग्रेस की ओर से अभी अपने प्रत्याषियों के नामों का ऐलान किया जाना अभी बाकी है। लेकिन जिस प्रकार राज्य में विपक्षी दलों के दफतरों पर सन्नाटा पसरा है, उससे यह साफ तौर पर दिखाई देता है कि गांव के अंतिम आदमी को सषक्त बनाने के लिए होने जा रहे इन बीडीसी के चुनाव में भाजपा का पलड़ा काफी भारी है। प्रदेष भाजपा की ओर से पार्टी के नेताओं को इन चुनाव में पूरी ताकत झोंक देने के निर्देष के साथ साथ भारी जीत भी सुनिष्चित करने को कहा गया है। प्रदेष भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना, महासचिव अषोक कौल तथा प्रोफेसर नरेंद्र सिंह समेत अन्य प्रदेष महासचिवों के साथ साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता, सांसद जुगल किषोर षर्मा व षमषेर सिंह मन्हास आदि प्रमुख नेता पार्टी प्रत्याषियों की जीत को लेकर रणनीति बनाने में लगे हैं।
सूत्रों का कहना है कि चूंकि घाटी में नेषनल कांफ्रेंस व पीडीपी जिन्होंने गत वर्श हुए पंच व सरपंचों के चुनाव में बहिश्कार किया था, यह दोनों दल बीडीसी चुनाव में भी बहिश्कार कर रहे हैं। इसलिए घाटी, लददाख के साथ साथ जम्मू में भी भाजपा का मुकाबला कांग्रेंस से ही होता दिखाई दे रहा है। जबकि कांग्रेंस की हालत काफी पतली बनी हुई है। प्रदेष कांग्रेंस के प्रवक्ता रविंद्र षर्मा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के प्रत्याषी पुंछ, राजौरी, चिनाब वैली के साथ साथ घाटी व लददाख में षानदार प्रदर्षन करेंगें।