मदरलैण्ड/भागलपुर
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में तिलकामांझी के 273 वें जयंती समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने सबसे पहले तिलकामांझी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि कर उन्हें नमन किया , उसके बाद दीप जलाकर और केक काटकर जयंती समारोह की विधिवत शुरुआत की गई। कार्यक्रम के दौरान रजिस्ट्रार डॉक्टर निरंजन प्रसाद यादव ,सी .सी .डी. सी रामप्रवेश सिंह ,प्रॉक्टर डॉक्टर रतन मंडल ,अंबेडकर विचार विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर विलक्षण रविदास के अलावे बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय कर्मी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत से हुआ, उसके बाद वक्ताओं ने अमर सेनानी तिलकामांझी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तिलकामांझी 1857 का विद्रोह करने वाले अंग जनपद का पहला वीर सपूत थे, जिनके नक्शे कदम पर चल कर बड़ी संख्या में क्रांतिकारियों ने देश को आजाद कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई।