मदरलैंड संवाददाता, बगहा
बेतिया से उत्तर प्रदेश की सीमा के तरफ जाने वाली चौतरवा व बासी मुख्य सड़क जो गड्ढे में तब्दील हो गई है। तमकुहवा के समीप सोमवार की सुबह 4 बजे ओवरलोडेड ट्रक के फंसने से दर्जनों लोडेड ट्रक तकरीबन 8 घंटे तक फंसे रहे। इसके दौरान सोयाबीन, आलू, प्याज से लदे ट्रक के ड्राइवर गोरखपुर निवासी मदन प्रसाद, मनोज कुमार आदि ने बताया कि गोरखपुर से सोयाबीन लोड कर पश्चिमी चंपारण के लौरिया बाजार के लिए जाना था जो बिहार सीमा में घुसते ही सड़क में गड्ढे होने के कारण चौतरवा से आ रही ओवरलोडेड ट्रक के फंसने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गई है । जिसके चलते हम लोग बिना कुछ खाए पिए 8 घंटों से फंसे हुए हैं। इधर प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिल रही है। बता दें कि वैश्विक महामारी को देखते हुए भारत सरकार ने लॉक डाउन का एलान किया जिसके तहत लोगों को अपने घरों में रहने की अपील की गई। अब लोगों के लिए राशन पानी साग सब्जी आलू प्याज तथा जरूरत के सभी सामानों को देश में दूसरे राज्य से सहारा लेकर आदान प्रदान करना पड़ रहा है। जबकि उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र से ज्यादातर ही जरूरत के सामानों को बिहार में लाया जाता है। इस दिशा में यदि तमकूहवा के समीप सड़क में गड्ढे हो जाने से तथा हल्की बारिश से भी इस रास्ते पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाती है। इसके दौरान स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण कंपनी के साथ बिहार सरकार को सड़क निर्माण में देरी होने की कारण दोषी ठहराया है। जबकि सड़क निर्माण कंपनी के मैनेजर सत्येंद्र सिंह ने बताया कि कुछ किसान लोगों का मुआवजा नहीं मिलने के कारण सड़क निर्माण में रुकावटें आ रही हैं। जबकि इस बाबत जानकारी संबंधित उच्च अधिकारियों को कितने बार भेजी जा चुकी है। अब देखना है कि इस विषम परिस्थिति में कई अन्य राज्यों से होकर यूपी बिहार की सीमा बांसी से प्रवेश कर रहे मालवाहक ट्रकों को कैसे पश्चिमी चंपारण जिले में लाया जा सकेगा। वहीं सड़क से क्षेत्रवासियों को काफी परेशानियों की शामना करनी पड़ती है। यदि बरसात के पूर्व इस सड़क का निर्माण नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में सड़क मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाएगी। अब देखना है सरकार को इस सड़क मार्ग को कितनी तेजी से कार्य करा सकती है या नहीं।