कीव । पांच माह से जारी यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति ने रूस से बातचीत पर शर्त लगा दी है। राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने साफ किया कि अगर रूस ने अपने कब्जे में लिए यूक्रेन के क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराया, तब दोनों देशों के बीच बातचीत संभव नहीं होगी। रिपोर्ट के मुताबिक जेलेंस्की ने कहा कि कीव रूस को अपना कोई क्षेत्र नहीं देने की अपनी स्थिति पर कायम है। उन्होंने रूस को संदेश देते हुए साफ किया कि यूक्रेन की स्थिति वहीं बनी हुई है, जो हमेशा से रही है। जेलेंस्की ने कहा जो हमारा है, हम उसमें से कुछ भी नहीं छोड़ने वाले हैं। पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र और दक्षिणी क्षेत्रों में कब्जा करने के बाद रूस जल्द जनमत संग्रह करा दोनों क्षेत्रों को अपने देश में शामिल कर सकता है। रूस लंबे समय से क्रीमिया को हथियाने के बाद डोनबास को भी अपने देश में शामिल चाह रहा है।
जेलेंस्की को डर है कि अगर रूस यूक्रेन के अन्य क्षेत्र भी हथिया लेता है, तब जनता उनके खिलाफ बगावत कर सकती है। दरअसल यूक्रेन और बेलारूस को व्लादिमीर पुतिन वापस रूस में मिलाना चाहते हैं। पुतिन कोल्ड वॉर के दौर का सोवियत यूनियन बनाने के लिए कई बार अपने इरादे जाहिर कर चुके हैं। रूसी सेना दक्षिणी यूक्रेन में खेरसॉन क्षेत्र के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर चुकी है। साथ ही डोनबास में भी रूस ने विद्रोहियों की मदद से क्षेत्र के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया था। बता दें कि रूस ने लुहान्स्क और डोनेट्स्क को पहले ही स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर दिया है।