नई दिल्ली। जल शक्ति राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सभी सदस्यों को व्यक्तिगत पत्र लिखकर अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों और राज्यों में चल रहे “जल शक्ति अभियान: कैच द रेन” अभियान को समर्थन देने को कहा है। “कैच द रेन व्हेयर इट फॉल्स, व्हेन इट फॉल्स” विषय के साथ इस अभियान का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 मार्च, 2021 को विश्व जल दिवस के अवसर पर किया था। इस अभियान का उद्देश्य कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण, मौजूदा तालाबों और जल निकायों को पुनर्जीवित करके नए जलाशयों का निर्माण, चेक डैम की व्यवस्था, मानसून प्रारंभ होने से पहले झीलों और नदियों को नया रूप देकर वर्षा जल का दोहन करना है। देश के सभी जलाशयों का जियो टैगिंग करके उनका डाटा बेस बनाने और इस डाटा का उपयोग वैज्ञानिक और डाटा आधारित जिला स्तरीय जल संरक्षण योजनाएं बनाने की भी योजना है।
पत्र में अभियान का विस्तृत विवरण दिया है और सांसदों को पहले की प्रगति के बारे में भी बताया गया है। पत्र में आने वाले मानसून के दौरान वर्षा जल के संरक्षण के लिए लोगों को संवेदनशील बनाने में उनका समर्थन और योगदान की इच्छा जाहिर की गई है। कटारिया ने कहा कि पत्र भेजने का उद्देश्य प्रत्येक सांसद से यह आग्रह करना है कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में इस अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम करें। कटारिया ने कहा “ हम सभी को एक साथ आना चाहिए और जनहित में गिरते भूजल स्तर और पानी की कमी की आम समस्या को दूर करने के लिए दलगत आधार से ऊपर उठना चाहिए। जल शक्ति अभियान: कैच द रेन 2019 के जल शक्ति अभियान-1 के विपरीत देश के सभी जिलों के सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को शामिल किया है। जल शक्ति अभियान-1 के अंतर्गत देश के 256 जिलों में जल की किल्लत वाले 2836 ब्लॉकों में से केवल 1592 जल की किल्लत वाले ब्लॉक कवर किए थे।

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