भारत और चीनी सैनिकों के बीच गलवन में हुए हिंसक झड़प में कर्नल सहित 20 जवान शहीद हो गए। जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया कि गलवन में जवानों का शहीद होना काफी परेशान करने वाला और दर्दनाक है। हमारे सैनिकों ने अपने कर्तव्य का पालन करते वक्त अनुकरणीय साहस का प्रदर्शन किया और अपने जीवन का बलिदान दे दिया। देश इनके बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। रक्षा मंत्री ने शहीदों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस कठिन घड़ी में देश उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत के जवानों की वीरता के शौर्य और साहस पर गर्व है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि गलवन में हिंसक झड़प के बाद जवानों के शहीद होने की खबर आने के बाद से ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने आज सुबह तीनों सेना प्रमुखों (सेना, नौसेना और वायु सेना) और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS)जनरल बिपिन रावत के साथ बैठक की। उन्होंने मौजूदा स्थिति पर भी विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट कमेटी की बैठक में भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस.जयशंकर के साथ मौजूद रहे।

इसके अलावा पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास अतिक्रमण को लेकर जारी तनातनी के बीच सोमवार रात को दोनों सेनाओं के बीच यह हिंसक झड़प हुई। इसमें बिहार रेजीमेंट के एक कर्नल सहित 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए। चीनी सेना को भी इसमें भारी क्षति हुई है। उसके भी 43 सैनिकों के मारे जाने की खबर है। चीन द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि, इस झड़प के दौरान किसी भी तरफ से गोली नहीं चली। पिछले कई दशकों से दोनों तरफ से ऐसी झड़प नहीं हुई थी। इससे पहले 45 वर्ष पूर्व 1975 में ऐसी हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें जवान शहीद हुए थे।

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