मदरलैंड संवाददाता, मझौलिया
सेना का जवान पिंटू कुमार चौरसिया का शव गांव बेखबरा में आते ही परिजनों व ग्रामीणों में चीख-पुकार मच गई ।ग्रामीणों की भीड़ अंतिम दर्शन को उमड़ पडी ।सबकी आंखों से आंसुओ की धारा निकल रही थी तथा सभी कह रहे थे वीर जवान तुझे सलाम।
बताते चलें कि बेखबारा निवासी नागेंद्र चौरसिया का 26 वर्षीय पुत्र पिंटू कुमार चौरसिया सेना के जवान के रूप में सिक्किम राज्य के डोकला में 154 बटालियन में तैनात था ।बीते 3 मई को उसका निधन हो गया।
सेना मुख्यालय में राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी गई और बिहार स्थित दानापुर कैंप में शव को भेजा गया जहां से सूबेदार मेजर रामाशंकर सिंह, प्रेम कुमार यादव,अनिल कुमार,प्रमोद कुमार, सतीश कुमार, विजय कुमार की देखरेख में बुधवार के दिन सुबह में बेखबरा पहुंचा जहां परिजनों और ग्रामीणों के चित्कार से सारा आलम रोने लगा ।सेना के जवानों सहित दरोगा सी के तिवारी दल बल के साथ अंतिम सलामी दी। वही सांसद डॉक्टर संजय जायसवाल और पूर्व विधायक बीरबल यादव ने भी जवान के शव पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
मुखाग्नि पिता नागेंद्र चौरसिया ने दिया। इधर माता मीरा देवी ,भाई सुबोध कुमार,अनिस कुमार ,गोलू कुमार,बहन गुड्डी कुमारी ,और पुष्पा कुमारी का रोते रोते दयनीय हाल हो गया है ।सभी छाती पीट-पीटकर विलाप कर रहे कि हमार रजऊ कहां गई ल हो।
वहीं पिता नागेंद्र चौरसिया ने कहा कि मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है । माता मीरा देवी ने कहा कि सरकार चाहे तो मेरे दूसरे पुत्र को भी देश सेवा के लिए मौका दे सकती है। इधर अर्ध सैनिक बल में शामिल बहन गुड्डू कुमारी ने कहा कि मेरा भाई अमर हो गया मेरा भाई अमर हो गया राखी का कर्ज़ अदा कर गया।अंत्येष्टि में उमड़ी भीड़ नारा लगा रही थी कि भारत माता की जय। वंदे मातरम् ।पिंटू चौरसिया अमर रहे।