नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी के समक्ष सीएए और एनसीआर कानून को लेकर विरोध करने वालों और जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी के जुलूस पर गोलीबारी करने वाले पिस्टलबाज और कथित रामभक्त गोपाल ने हरियाणा के पटौदी में जहर उगलते हुए खासा अर्नगल प्रलाप किया है। उसने कहा कि पटौदी से उन आतंकवादियों और जिहादी मानसिकता के लोगों को आगाह कर देना चाहता हूं। रामभक्त गोपाल अगर सीएए के समर्थन में 100 किलोमीटर जामिया जा सकता है तो पटौदी ज्यादा दूर नहीं है। इसके बाद गोपाल ने हरियाणा के पटौदी में जिहाद और धर्मांतरण के विरोध में जो कुछ कहा उसे बताया नहीं जा सकता है। दरअसल इस भाषण की चर्चा सोशल मीडिया समेत तमाम जगहों पर इसलिए है क्योंकि खुद को रामभक्त कहने वाला यह गोपाल वही पिस्टलबाज है जिसने जामिया यूनिवर्सिटी के सामने सीएए और एनसीआर के खिलाफ निकलने वाले जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी के जुलूस पर फायरिंग कर दी थी।
इस दौरान एक आंदोलनकारी को मामूली चोट भी लगी थी। बाद में गोपाल को दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया था। वारदात के वक्त गोपाल को नाबालिग बताया गया था। गोपाल, ग्रेटर नोएडा के जेवर का रहने वाला है। वह पिस्टलबाज अब इतना बड़ा हो चुका है कि हरियाणा के पटौदी में सैकड़ों की संख्या में आई भीड़ के सामने ललकारते हुए जहर उगल रहा है और ठसक के साथ बता भी रहा है कि वो 100 किलोमीटर दूर से जामिया पहुंचा था। वो आगे कहता है कि जिहादी मानसिकता के लोगों की वह ईंट से ईंट बजाने का दम रखता है।
दरअसल हरियाणा के पटौदी में रामलीला ग्राउंड में 2 दिन पहले लव जिहाद के खिलाफ धर्मांतरण के खिलाफ एक सभा आयोजित हुई थी। जिसमें कथित रामभक्त गोपाल समेत कई संगठनों का जमवड़ा हुआ था। इतना ही नहीं सभा में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरजपाल अमू ने सैफ अली खान के घर में ही सैफ अली को लताड़ लगाई और कहा कि अगर हिंदू समाज जाग गया तो ना तैमूर होगा ना ही औरंगजेब होगा और ना ही कोई बाबर होगा। उन्होंने कहा कि जब हम सम्मान करना जानते हैं तो तैमूर की मम्मी का विरोध भी करना जानते हैं। यह जो लव जिहाद का मामला है, यह शर्मिला टैगोर के समय से चला आ रहा है।