मदरलैंड संवाददाता,
जिला पदाधिकारी द्वारा संवाद कक्ष में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, प्रखंड के मेंटर एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी के साथ बैठक की गई. बैठक में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर विचार विमर्श किया गया.
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेश दिया कि पंचायत स्तर पर एवं ग्राम स्तर पर भी विधालय को कोरेंटिन सेंटर बनाया जाए. पंचायत स्तरीय एवं ग्राम स्तरीय क्वेंटिन सेंटर का प्रभार संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य को दिया जाए. एवं संबंधित विद्यालय के एमडीएम के रसोईया के द्वारा आवासीय लोगों के लिए खाना बनाया जाएगा. आवश्यक सामग्री संबंधित अंचल अधिकारी आपूर्ति करेंगे. उस सेंटर पर रहने वाले सभी लोगों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन आपदा प्रबंधन के पोर्टल पर इंट्री कर के किया जाएगा. सभी को डिग्निटी किट एवं अन्य सुविधा मुहैया कराया जाएगा. इस कार्य में संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सम्मलित किया जाय.
उन्होंने निदेश दिया कि पंचायत के मुखिया, सरपंच एवं वार्ड सदस्यों की एक बैठक बुला ली जाए, तथा यह निर्देश दिया जाए कि जो भी व्यक्ति वाहन या अन्य साधन से गांव में आते हैं उन्हें उन्हीं विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाए. यह निर्देश दिया गया कि सभी लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहते हुए अवधि पूरा होने पर उन्हें सरकार द्वारा ₹1000 दिया जाय. इसके लिए सभी अवस्थित लोगों का अकाउंट नंबर,आईएफएससी कोड पोर्टल पर अपलोड किया जाए. उस सेंटर पर खाना बनाने वाले रसोईया का मानदेय श्रम संसाधन विभाग द्वारा निर्धारित मानदेय के अनुरूप दिया जाएगा.
उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि खाने की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए किसी भी स्थिति में शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.उन्होंने आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि एक जांच गदल गठन किया जाए ताकि कोरेंटिन सेंटर का लगातार जांच किया जा सके.