रत्नेश कुमार,
मदरलैंड संवाददाता, पटना
एक तरफ पूरे देश मे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन प्रति दिन दिन दुना रात चौगुनी की तरह बढ़ती जा रही है।बिहार के पटना जिले के जिला मुख्यालय बाजार छोड़कर सभी प्रखण्ड और अनुमण्डल मुख्यालय बाजारों को रेड जोन मे रखा गया है।क्योंकि सभी प्रखण्ड मुख्यालययो पर कोरेण्टाइन सेंटर बनाया गया है।
आज जिलाधिकारी कुमार रवि ने सभी प्रखण्ड मुख्यालय बाजारों से लॉकडाउन की उल्लंघन की खबरे आने पर मीडिया कर्मियों से स्पष्ट करते कहा की सभी प्रखण्ड मुख्यालय बाजारों को रेड जोन मे रखा गया है।जहाँँ सिर्फ आवश्यक वस्तुओ की ही दुकानें खोलने की इजाजत राज्य सरकार द्वारा दिया गया है।जोकि लॉकडाउन 1- 0 मे थी वही स्थिति बरकरार रहेगी।
वही इसके वावजूद भी जिला प्रशासन और जिलाधिकारी के आदेशों का खुलम खुला उल्लंघ करते हुए लॉकडाउन 4-0 मे पालीगंज अनुमण्डल बाजार के साथ-साथ जिले के सभी अनुमण्डल और प्रखण्ड मुख्यालय बाजारों पूरी तरह से खुला हुआ है। सभी दुकानें बेखौफ हो खुल चुकी है। अनुमण्डल और प्रखण्ड प्रशासन चैन की नींद मे सोयी है और कोई करवाई नही किया जा रहा है।सबकुल भगवान भरोसे प्रशासन द्वारा खुले छुट दे दिया गया है।
जानकारी ने अनुसार कई दिनों से पालीगंज अनुमण्डल मुख्यालय बाजार पर लॉकडाउन की उल्लंघन की खबरे आ रही है।यहाँ धीरे-धीरे सभी प्रतिबन्धित दुकानें, जैसे कपड़े,सैलून,मिठाई, इलेक्ट्रॉनिक,जूत्ते चप्पल ,सोनारी समेत तरह की दुकानें खुलने लगी हैं।
अब अनुमण्डल बाजार पूरी तरह से खुल चुकी है।लॉकडाउन 4 को अनुपालन करवाने के लिए अनुमण्डल प्रशासन निष्क्रिय हो चुकी है।अब कोई भी प्रशासनीक पदाधिकारियों द्वारा कोई सुधी नही लिया जा रहा है।सब कुछ पहले जैसा हो चुका है।कोई भी लॉकडाउन की नियम को मानने को तैयार नहीं चाहे दुकानदार हो या आम पब्लिक या प्रशासनिक पदाधिकारी सभी खुलेआम लॉकडाउन 4 का उल्लंघ करते दिख रहे है।सोसल डिस्टेनसिंग की धज्जिया उड़ाई जा रही है। दुकानों और बाजारों मे भीड़ बेतरतीब ढंग से लग रही है।
पालीगंज अनुमण्डल बाजार हो या बिक्रम,बिहटा,मनेर, नौबतपुर,दुल्हिन् बाजार सभी प्रखण्ड मुख्यालय बाजार पूरी तरह से खुल चुकी है।सभी जगहो से एक जैसी तस्वीरें सामने आ रही है।
वही इस मुद्दे पर कोई पदाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं।जिस प्रकार से प्रशासनीक पदाधिकारियों निष्कृयता की बात सामने आ रही है।जबकि दूसरी ओर जिस तिव्र गति से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या ग्रामीणों क्षेत्र मे बढ़ रही है।इससे भविष्य मे बड़े भयावह तस्वीर सामने आ सकती है इससे इंकार नही किया जा सकता।जिस पर संज्ञान लेते हुए तत्काल कड़ी कारवाई राज्य सरकार और जिला प्रशासन को करनी चाहिए ताकि सबकुछ नियन्त्रित हो।
साथ ही दोषी पदाधिकारियों पर भी कड़ी करवाई होनी चाहिए। जिस प्रकार से जिलाधिकारी कुमार रवि ने आज मीडिया से स्पष्ट तौर पर कहा की सभी नीचे के पदाधिकारियों को लॉकडाउन का अनुपालन करवाने के लिए निर्देश दिया गया है।तो फिर क्यों नही पदाधिकारी करवाई कर रहे है।इससे तो साफ जाहिर हो रहा है की खुद उनके मातहत ही उनके आदेश और राज्य सरकार की आदेशों की उल्लंघ कर रहे है आखिर क्या कारण है।नीचे के पदाधिकारियों की कान मे जू क्यों नही रेंग रही है।
क्या जिलाधिकारी के आदेश सिर्फ कागजी है?अगर नही तो इसकी अनुपालन नही करने वाले पर कड़ी करवाई क्यों नही हो रही है?