शुक्रवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के प्रतिनिधियों ने कैंपस के प्रशासनिक भवन में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा विश्वविद्यालय में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए गठित की गई उच्चस्तरीय समिति के साथ बैठक की है। इसमें कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया छात्र संघ ने बैठक खत्म होने के बाद कहा कि हड़ताल जारी रहेगी। छात्र संघ के चारों प्रतिनिधियों ने समिति को अपनी मांगों से जुड़ा ज्ञापन भी सौंपा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तीन सदस्यों की इस समिति के अध्यक्ष विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व अध्यक्ष प्रो. वीएस चौहान हैं। अखिल भारतीय तकनीकी परिषद (एआइसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे और यूजीसी के सचिव प्रो. रजनीश जैन भी इसमें शामिल हैं। उनके साथ जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष, उपाध्यक्ष साकेत मून, महासचिव सतीश चंद्र यादव और संयुक्त सचिव एम दानिश की शुक्रवार शाम को बैठक हुई। बैठक शाम 4 बजे शुरू हुई और 6 बजे खत्म हुई। इसके बाद आईशी घोष ने कहा कि छात्रों की हड़ताल जारी रहेगी, मांगों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। वहीं, उच्चस्तरीय समिति ने छात्र संघ से कहा कि वह एमएचआरडी को इस मामले में तीन दिन में रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके बाद कोई निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
छात्रावास की फीस तुरंत वापस ली जाए..
अपने बयान में साकेत मून ने कहा कि प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई छात्रावास की फीस तुरंत वापस ली जाए। हॉस्टल के नए नियमों को लेकर इंटर हॉल एडमिनिस्ट्रेशन (आइएचए) समिति की बैठक दोबारा हो और इसमें छात्र संघ के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। हॉस्टल के नियम संस्थान के लोकतांत्रिक मूल्यों के तहत ही बातचीत करके लागू किए जाएं। इसका फैसला उच्चस्तरीय समिति न करें।