शुक्रवार को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के बाद लगातार हो रहे विरोध के बीच मानव संसाधन विकास मंत्रालय की तीन सदस्यीय समिति छात्रों से मिलने के साथ मौजूद हालात के मद्देनजर समधान ढूंढ़ने के लिए संस्थान का दौरा करने वाले है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जेएनयू में फीस बढ़ोतरी के मुद्दे पर गुरुवार को प्रदर्शन किया है। एबीवीपी ने मंडी हाउस से मानव संसाधन विकास मंत्रलय (एमएचआरडी) कार्यालय तक मार्च निकालने की योजना बनाई थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने छात्रों को संसद मार्ग थाने के पास रोक दिया है। पुलिस ने 160 छात्रों को हिरासत में लिया, जिनमें से तीन दिव्यांग व कुछ छात्रएं शामिल थीं। एबीवीपी ने एमएचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के इस्तीफे की भी मांग करते हुए कहा कि मंत्रलय द्वारा गठित की गई उच्चस्तरीय समिति भंग की जाए। मार्च में एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव, जेएनयू इकाई अध्यक्ष दुर्गेश कुमार, इकाई मंत्री मनीष जांगिड़ भी मौजूद थे। एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ यादव ने छात्रवास की बढ़ाई गई फीस वापस लेने की मांग की।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि डीयू के छात्रों एवं शिक्षकों ने भी जेएनयू के छात्रों का समर्थन किया है। डीयू के कुछ छात्रों ने ऑट्र्स फैकल्टी में बुधवार और गुरुवार को जेएनयू के छात्रों के समर्थन में नारेबाजी भी की। छात्रों ने कहा कि जेएनयू प्रशासन बढ़ाई गई फीस तुरंत वापस ले।

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