चंडीगढ़। पंजाब पुलिस ने विदेश में स्थित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) की शह पर सुनियोजित हत्याएं करने के लिए उसके 4 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। इसमें अप्रैल 2021 के दौरान पटियाला जेल तोड़कर फरार होने वाला एक पूर्व सिपाही भी शामिल है। जेल से फरार होने के बाद नूपी केएलएफ के हैंडलरों के संपर्क में आया और उसको आतंकवादी गिरोह बनाने के लिए प्रेरित किया गया। डीजीपी गुप्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए अन्य तीन की पहचान जसविंदर सिंह, गौरव जैन उर्फ मिंकू और प्रशांत सिलेन उर्फ कबीर के तौर पर हुई है।
एसएसपी खन्ना गुरशरण सिंह ग्रेवाल ने बताया कि पुलिस ने जीटी रोड खन्ना में चेकिंग के दौरान एक कार को रोका और कार में से बाहर निकले तीन लोगों ने पुलिस पर गोलियां चला भागने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने जसविंदर और मिंकू को मौके पर काबू कर लिया। जबकि नूपी को बाद में उसके एक अन्य साथी कबीर सहित गिरफ्तार कर किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो 0.32 बोर पिस्तौल समेत 4 मैगजीन और हथियार भी बरामद किए हैं। इसके अलावा नकली रजिस्ट्रेशन नंबर पीबी 01 एएस 6845 वाली एक ईटीओस कार भी बरामद की है। इस कार को नूपी ने पिछले महीने जीरकपुर से बंदूक की नोक पर छीन लिया था। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि जांच के दौरान नूपी ने कबूल किया कि उसने अपने साथियों की मदद से 3 जुलाई 2021 को खरड़ के एक पेट्रोल पंप से 50000 रुपए लूटने के अलावा ईटीओस कार भी छीनी थी। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि नूपी ने खुलासा किया कि वह आतंकवादी भारत विरोधी व्यक्तियों और केएलएफ के आतंकवादी संगठन के साथ संबंध रखने वाले विदेशी तत्वों के संपर्क में आया था जिन्होंने उसे विदेश से पंजाब में सुनियोजित हत्याएं करने के लिए फंड मुहैया करवाए थे।