जम्मू। भारत में आतंक फैलाने के लिए दुश्मनों ने ड्रोन को अपना प्रमुख हथियार बना लिया है। जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर धमाके की घटना के बाद फिर सुबह-सुबह जम्मू में दो ड्रोन देखे गए हैं। सेना के सूत्रों ने कहा है कि एक ड्रोन सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर कालूचक इलाके में दिखा तो वहीं दूसरा ड्रोन 4 बजकर 52 मिनट पर कुंजवानी में दिखा। मामले में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है। चिंता की बात ये है कि ये दोनों ही इलाके एयरफोर्स स्टेशन के 7 से10 किलोमीटर के दायरे में आते हैं। सूत्रों ने बताया है कि दोनों ड्रोन 800 मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे थे। ये लगातार चौथा दिन है जब सीमा पर ड्रोन देखे जा रहे हैं। बता दें कि हाल ही में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हमले के बाद से लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं। जितने भी ड्रोन स्पॉट हो रहे हैं, वह यहां मिलिट्री बेस और मिलिट्री स्टेशन के पास हो रहे हैं। एयरफोर्स स्टेशन पर हमले में एक धमाका छत पर हुआ था और दूसरा धमाका खुले में हुआ था। इस हमले के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस हमले की जांच अब नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन द्वारा गिराई गई विस्फोटक सामग्री आरडीएक्स और अन्य रसायनों के मिश्रण का उपयोग कर बनायी गई हो सकती है, लेकिन इस बारे में अंतिम पुष्टि होने का इंतजार है। जांचकर्ताओं ने हवाई अड्डे की चाहरदीवारी पर लगे कैमरों सहित सीसीटीवी फुटेज खंगाला है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ड्रोन कहां से आए थे। गौरतलब है कि जम्मू में आर्मी से जुड़े इलाकों के पास लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं। हाल ही में सोमवार की देर रात को भी सुंजवान मिलिट्री स्टेशन के पास ड्रोन देखा गया था। तब भी तीन अलग-अलग हिस्सों में ड्रोन देखा गया था। तब रतनाचुक, सुंजवान, कुंजवानी में देर रात एक बजे से सुबह चार बजे के बीच तीन बार ड्रोन देखा गया था।

Previous articleएनआईए ने संभाली वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले की जांच
Next articleअसम के जीएमसीएच में कोविड-19 के 12 मरीजों की मौत -रात में डॉक्टरों के ड्यूटी पर मौजूद नहीं होने के लगे आरोप

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here