ट्रंप ने इसके साथ ही पूरे अमेरिका में चुनाव में धांधली के आरोपों को भी दोहराया। ट्रंप ने बड़े अक्षरों में ट्वीट किया, मैंने चुनाव में जीत दर्ज की। पूरे देश में चुनाव में धोखाधड़ी हुई। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडन 270 से अधिक इलेक्टोरल वोट हासिल कर चुके हैं। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के औपचारिक नतीजे अबतक घोषित नहीं किए गए हैं। चीन को दो टूक लद्दाख में चीन से जारी गतिरोध का कोई समाधान जल्द नहीं निकलता देख भीषण सर्दियों की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए भारत ने जबरदस्त तैयारी की है। भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए बेहद दुर्गम इलाकों में तैनात सभी सैनिकों के रहने के लिए बिस्तर, आलमारी, बिजली, पानी, गर्म रहने के लिए हीटर और साफ-सफाई के इंतजाम जै
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने तीन नवंबर को हुए चुनाव में जीत दर्ज की है। ट्रंप ने इसके साथ ही पूरे अमेरिका में चुनाव में धांधली के आरोपों को भी दोहराया। ट्रंप ने बड़े अक्षरों में ट्वीट किया, मैंने चुनाव में जीत दर्ज की। पूरे देश में चुनाव में धोखाधड़ी हुई। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पूर्व उप राष्ट्रपति जो बाइडन 270 से अधिक इलेक्टोरल वोट हासिल कर चुके हैं। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के औपचारिक नतीजे अबतक घोषित नहीं किए गए हैं।

चीन को दो टूक
लद्दाख में चीन से जारी गतिरोध का कोई समाधान जल्द नहीं निकलता देख भीषण सर्दियों की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए भारत ने जबरदस्त तैयारी की है। भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए बेहद दुर्गम इलाकों में तैनात सभी सैनिकों के रहने के लिए बिस्तर, आलमारी, बिजली, पानी, गर्म रहने के लिए हीटर और साफ-सफाई के इंतजाम जैसी सुविधाओं से लैस आधुनिक आवास तैयार कर लिए हैं।

अमेरिका का चीन को जवाब
अमेरिका ने एक बार फिर तिब्बती धर्मगुरु को लेकर चीन पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि उसके पास अगला दलाई लामा चुनने का कोई धार्मिक आधार नहीं है। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक सैमुअल डी. ब्राउनबैक ने यह भी कहा कि तिब्बती बौद्ध सैकड़ों सालों से अपने आध्यात्मिक नेता को सफलतापूर्वक चुनते आए हैं, ऐसे में चीन को यह चयन करने का अधिकार ही नहीं है। 85 वर्षीय 14वें दलाई लामा 1959 में तिब्बत से निर्वासित होकर भारत में रह रहे हैं।

प्रदूषण का खतरा
जापान के एक निर्णय के कारण भारतीय समुद्री तटों पर रेडियोएक्टिव कचरे के प्रदूषण का खतरा पैदा हो गया है। जापान ने 2011 की सुनामी में नष्ट हो चुके फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के रेडियोएक्टिव दूषित जल को 2022 से धीरे-धीरे करते हुए समुद्र में बहा देने का निर्णय लिया है। यह निर्णय करीब एक साल लंबी बहस के बाद गत 16 अक्तूबर को लिया गया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इससे एक गलत मिसाल कायम होगी और विश्व के विभिन्न हिस्सों मानवीय और समुद्री जीवन पर इसका घातक असर देखने को मिलेगा।

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