लंदन । आजकल पेटू यानि फूड़ी होने की समस्या से अधिकांश बच्चे और बड़े जूझ रहे हैं। इस समस्या का निदान अब डिम सम डिस करेगी। आमतौर पर यह डिस चीनी खाने पर आधारित है। डिम सम उबले हुए होते हैं, और इनके अंदर मनमुताबिक वेज या नॉनवेज स्टफिंग की जाती है। खाने में ये हेल्दी होते हैं, विशेषज्ञों का मानना है। हालांकि आजकल सोशल मीडिया प्लेटफोर्म में इस बात को लेकर काफी बहस छिड़ी हुई है कि आखिर डिम सम को विशेषज्ञों ने हेल्दी क्यों करार दिया है। बात इन्स्टाग्राम की करें तो, हेल्थ विशेषज्ञ ने इस बहस को सुलझाने की भी काफी सारी कोशिश की और डिम सम को बनाने में उसे स्टीम करने की विधि के फायदों के बारे में बताया। विशेषज्ञ के मुताबिक स्टीम में पकाया हुआ खाना हेल्थ के लिए अच्छा होता है और उसे बच्चे भी खा सकते हैं।
एक अध्ययन के अनुसार डिम सम एक ऐसी डिश है, जो आजकल काफी ट्रेंडिंग में है। इसे खाने के बाद कोई भी व्यक्ति एक्स्ट्रा खाने की आदत से बच सकता है। इसमें हाई प्रोटीन और लो कार्बोहाइड्रेट होता है। जो बड़ों की सेहत के साथ बच्चों की सेहत के लिए काफी अच्छा होता है। खाने में गर्मी बढ़ाने के लिए गर्म स्टीम की मदद ली जाती है। जहां खाना पाने के सम्पर्क में नहीं आता। स्टीम से विटामिन बी, थायमिन, नियासिन, और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व बढ़ जाते हैं। इसके अलावा कैल्शियम, फास्फोरस, जस्ता जैसी खनिज तत्वों के गुण बरकार रहते हैं।
डिम सम को पकाने के लिए तेल की एक भी बूंद का इस्तेमाल नहीं किया जाता। तेल में पका हुआ खाना फैटी हो जाता है। बल्कि डिम सम बिलकुल भी फैटी नहीं होता। बच्चों का डायजेशन सिस्टम काफी कमजोर होता है। जो खाना भाप में पकाया जाता है। इसके रेशे नरम हो जाते हैं। और उन्हें आसानी से डायजेस्ट किया जा सकता है। डिम सम भी डायजेशन के लिए काफी अच्छा होता है। तो इस तरह डिम सम खाना बच्चों की सेहत के लिए हेल्दी हो सकते हैं। इसमें वो सभी पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं। स्टीम से बना डिम सम बच्चे बेफिक्री के साथ खा सकते हैं।